अब आप देश के किसी भी कोने में बैठे-बैठे देश के सबसे बड़े हॉस्पिटल दिल्ली के एम्स व सफदरजंग के डॉक्टरों से सलाह मशवरा कर सकते है. यह डॉक्टर्स आपको कोरोना संक्रमण, ब्लैक फंगस व तीसरी लहर में बच्चों का कैसे बचाव आदि मामलों में अहम् जानकरी देंगे. भारत के दूर दराज़ के इलाकों में कोरोना संक्रमण का सही व समय पर इलाज पहुंचाने, ब्लैक फंगस व तीसरी लहर के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए दिल्ली व सफदरजंग के डॉक्टर, स्वास्थ्यकर्मी एक साथ आगे आए हैं.
इन डॉक्टर्स ने इन सेवाओं के लिए अपनी इस पहल में एक हेल्पलाइन डेस्क बना नंबर (7827476983) जारी किया है. इसमें सबसे बड़ी बात ये है कि ये पूरी तरह से मुफ्त है. कोरोना मरीज़ देश के किसी कोने का हो वह कभी भी हेल्पलाइन नंबर पर अपनी रिपोर्ट की कॉपी पीडीएफ प्रारूप में व्हाट्सएप कर सकता है. उनकी रिपोर्ट के आधार पर स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स उन्हें सुझाव देंगे. इस हेल्पलाइन को शुरू हुए अब तक 10 दिन हो चुके है.
कोरोना संक्रमित मरीज जो पहले से शुगर, पेट व दिल संबंधी बीमारियों का सामना कर रहे है डॉक्टर्स उन पर अधिक ध्यान दे रहे है. रोजाना करीब 20 से अधिक लोग डॉक्टर्स की टीम से कांटेक्ट कर रहे है. फोन लगाने वाले ये लोग अधिकतम बिहार से है. कोरोना के अलावा कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी का सामना कर रहे मरीज़ भी फोन कर रहे है. डॉक्टर्स की टीम भी हर मामले को देखने और उसपर अच्छे से विचार करने के बाद लोगों को सुझाव दे रही है.
इस हेल्पलाइन को कोऑर्डिनेट करने वाले एम्स के नर्सिंग ऑफिसर कनिष्क यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि एम्स व सफदरजंग के कुछ अच्छे डॉक्टर्स का पैनल बनाकर उन्हें व्हाट्सएप ग्रुप से जोड़ दिया गया है. कहीं से भी किसी मरीज़ का व्हाट्सएप मिलने पर वह उसका केस पैनल के सामने समीक्ष के लिए रखते है. उस मामले के जानकार डॉक्टर से परामर्श लिया जाता है. जरुरत के मुताबिक कुछ मरीज़ों को कॉल भी किया जाता है.
गौरतलब है कि कई सामाजिक संगठन राष्ट्रीय चिकित्सक संगठन, अध्यात्म साधना, राजस्थान मित्र मंडल व विप्र फाउंडेशन भी इस हेल्पडेस्क से जुड़ा हुआ है. इनमे से कई मरीज की देखरेख, योगा, छाती के व्यायाम करवाकर उन्हें परामर्श दे रहे है. कोई सोशल मीडिया के जरिये गांव तक सही समय पर इलाज पहुंचने में मदद कर रहे हैं. इस दौरान स्टॉराइड देने और ब्लैक फंगस व अन्य बिमारियों पर लाइव सेशन किये जाएंगे.