कोरोना वायरस की वज़ह से दुनियाभर में त्राहिमाम-त्राहिमाम मचा हुआ है। कोरोना की दूसरी लहर से सबसे अधिक कोई देश प्रभावित है तो वह भारत ही है। कोरोना से मानव जाति को बचाने के लिए वैज्ञानिक लगातार वैक्सीन पर काम कर रहें हैं। फ़िर भी पर्याप्त मात्रा में वैक्सिनेशन नहीं हो पा रहा। ऐसे में कुछ लोग अपने-आपको कोरोना नामक महामारी से बचाने के लिए अजीबोगरीब खोज कर रहें। मानते हैं हमारे देश में बाबा-बंगालियों और झोलाछाप डॉक्टरों की भरमार है, लेकिन अब आम लोग भी कोरोना के ईलाज का नुख्सा ढूढ़ रहें। जो लोगों को बड़ी मुसीबत में डाल सकता है।
यह कहावत तो सभी ने सुनी होगी। एक तो करेला दूजा नीम चढ़ा। हमारे देश में अब कुछ ऐसा ही हो रहा। कोरोना महामारी रौद्र रूप तो दिखा ही रहीं, लेकिन अब कुछ लोग जो उलूल-जुलूल प्रयोग कर रहें वह मुसीबत को और बढ़ा सकता है। ताज़ा घटनाक्रम तमिलनाडु का है जहां एक शख़्स ने दावा किया है कि सांप को चबाने से कोरोना वायरस नही होगा। इतना ही नहीं वह कहता है कि वह ख़ुद कच्चा सांप चबाता है।
वैसे साँपो के सुप वग़ैरह पीने का वीडियो यूट्यूब आदि सोशल प्लेटफॉर्म पर मिल जाएगा। जिसमें यह दिखाया जाता कि चीन जैसे देशों में इसका इस्तेमाल होता, लेकिन अब भारत में ऐसे शख़्स का वीडियो वायरल हुआ है। जो सांप को खा रहा। जो अचरज़ में डालने वाली बात है। दरअसल, वायरल वीडियो में जो शख़्स कच्चा सांप चबाता दिख रहा वह तमिलनाडु के मदुरै का रहने वाला है। शख़्स का दावा है कि ऐसा करने से कोरोना ठीक हो जाएगा। व्यक्ति का कोरोना ठीक करने का यह खतरनाक नुख्सा वायरल तो हुआ, लेकिन उसके लिए यह भारी पड़ गया।
बता दें कि वीडियो वायरल होने के बाद कुछ पर्यावरणविदों ने इसकी शिकायत पुलिस को कर दी। जिसके बाद पुलिस ने उसे पकड़ लिया। पकड़े गए युवक की पहचान पेरुमलपट्टी के वाडिवेल के रूप में की गई है। बताया जा रहा है कि वाडिवेल ने सांप को एक खेत से पकड़ा और उसके बाद उसे कोरोना के ईलाज के रूप में झूठा दावा करते हुए कच्चा चबा गया। इसी दौरान उसके एक दोस्त ने वीडियो बना लिया। जिसे बाद में वायरल कर दिया गया। वाडिवेल के इस अपराध के लिए पुलिस ने उसपर 500 रुपये का जुर्माना लगाया है। वही वन्यजीव अधिकारियों का इस विषय पर कहना है कि इस तरह की गतिविधियों में शामिल होना बेहद खतरनाक है।
वाडिवेल के दावे को नकारते हुए अधिकारियों ने कहा ऐसी हरक़त करना खतरों से खेलना जैसा है। किसी जानवर को कच्चा खाना कई रोगों को जन्म दे सकता है। मालूम हो ऐसे कई मौके आते हैं जब किसी भी चीज को कोरोना की दवा के रूप में प्रचारित किया जाता। ऐसा ही एक मामला बीते दिनों उत्तर प्रदेश के बलिया जिले से आया था जब बैरिया विधानसभा से भाजपा विधायक सुरेन्द सिंह का एक वीडियो वायरल हुआ था। जिसमें वह कोरोना से बचाव का अज़ब-गज़ब नुख्सा बता रहें थे। वीडियो में विधायक ने बताया था कि कैसे गौमूत्र उन्हें कोरोना से बचाएगा। यहां एक विशेष बात गौमूत्र हिन्दू धर्म मे विशेष महत्व रखता वह अलग बात है, लेकिन ऐसे बिना किसी साक्ष्यों के आधार पर उसको कोरोना का ईलाज बताना शायद उचित नहीं। यह विधायक महोदय को समझना चाहिए था।