मोदी आज वहां जा रहे हैं, जहां से आने पर वो नहीं होंगे देश के पीएम! – जानिए क्यों
नई दिल्ली – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार यानी कि आज अमरकंटक पहुंचे। जहां वे करीब पांच महीने से चल रही ‘नमामि देवी नर्मदे‘- सेवा यात्रा के समापन समारोह में शामिल हुए। वहां पहुंचकर पीएम ने नर्मदा उद्गम स्थल मंदिर में पूजा-अर्चना की और जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा – ‘नदियों की रक्षा से ही पर्यावरण की रक्षा की हो सकती है। नर्मदा ने हजारों साल से हमें बचाया, जीवन दिया।’ लेकिन अमरकंटक का एक काला राजनीतिक इतिहास रहा है। इतिहास में झांकें तो यहां जो भी नेता आया, वह दुबारा उस पद पर नहीं चुना गया। Narendra modi amarkantak visit.
क्या है अमरकंटक का राजनीतिक इतिहास –
अमरकंटक की यात्रा भारतीय राजनेताओं के लिए हमेशा से अशुभ रही है। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने साल 1982 अमरकंटक का दौरा किया था, जिसके दो साल बाद ही साल 1984 में उनकी हत्या हो गई। इसी तरह मध्यप्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री स्वर्गीय सुंदरलाल पटवा ने बाबरी मस्जिद विवादित ढ़ांचा विध्वंस से पहले यहां का दौरा किया था जिसके तुरंत बाद ही उन्हें अपनी कुर्सी से हाथ धोना पड़ा।
इसी तरह मध्यप्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह ने अपने कार्यकाल के दौरान यहां का दौरा किया जिसके बाद उन्हें कांग्रेस पार्टी छोड़नी पड़ी थी। ताजा उदाहरण केंद्र सरकार में मंत्री उमा भारती का है। उमा भारती सीएम पद पर रहते हुए साल 2004 में यहां आईं थी जिसके बाद उन्हें कुर्सी से हटना पड़ा था।
क्या है ‘नमामि देवि नर्मदे’ सेवा यात्रा –
‘नमामि देवि नर्मदे’ – सेवा यात्रा नर्मदा के उद्गम अनूपपुर जिले के अमरकंटक से 11 दिसंबर 2016 को शुरू हुई थी, जो 15 मई को अमरकंटक में ही पूरी हो रही है। इस यात्रा को करीब 148 दिनों में पूरा किया गया। यात्रा के दौरान उज्जैन, इंदौर, भोपाल, होशंगाबाद, जबलपुर और रीवा डिविजन के 16 जिलों में करीब 3,300 किमी की दूरी तय की गई। इस दौरान लोगों को जागरूक करने के लिए 1093 जन-संवाद हुए।
इस यात्रा में गोविंदा, पद्मिनी कोल्हापुरी, मीता वशिष्ठ, अनुपम खेर, विवेक ओबेराय, आशुतोष राणा, गोविंद नामदेव, मुकेश तिवारी, अन्नू कपूर, रजा मुराद जैसे फिल्मी हस्तियों ने भाग लिया। पीएम मोदी आज यहां समापन समारोह में भाग लेने पहुंचे हैं जिसके कारण यहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।