सुशील ने तोड़ दी थी सागर की 30 से ज्यादा हड्डियां, पौने घंटे तक की थी हॉकी, डंडे से पिटाई, जानें पूरी कहानी
जूनियर पहलवान सागर धनखड़ की हत्या के आरोप में गिरफ्तार ओलंपियन सुशील कुमार इस समय पुलिस की रिमांड पर हैं और इस दौरान कई चौंकाने वाली बातें पुलिस के सामने आई है। कहा जा रहा है कि सुशील कुमार समेत 20 से ज्यादा लोगों ने जूनियर पहलवान सागर धनखड़ को पीटा था। सागर को इन लोगों ने पौने घंटे तक पीटा था।
सागर को इन लोगों ने बेसबॉल का बैट, हॉकी व डंडे से मारा था और उसकी 30 से ज्यादा हड्डियां तोड़ दी थीं। पुलिस को सागर की मिली पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार सागर को मल्टीपल फैक्चर थे। सागर की मौत सिर की कई हड्डियां टूटने व दिमाग में चोट लगने से हुई थी। दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा इस केस की जांच कर रही है। जांच में खुलासा हुआ है कि सुशील कुमार ने अपने वर्चस्व को कायम रखने के लिए ये बस किया। सुशील ने छत्रसाल स्टेडियम में अपना कब्जा किया हुआ था और आसपास के लोग उसकी इज्जत करते थे।
दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सागर धनखड़ व सोनू ने सुशील का मॉडल टाउन वाला फ्लैट 31 मार्च, 21 को खाली कर दिया था। कमरा खाली करने के दौरान सागर और सुशील के बीच लड़ाई हो गई थी। इस कारण सुशील ने दो वर्ष पहले सागर के छत्रसाल स्टेडियम में घुसने पर रोक लगा दी थी। सुशील ने अपना दबदबा बनाने के लिए कई पहलवानों का कैरियर भी खत्म किया है।
घर से उठाया था
सुशील ने वारदात वाली रात 11.30 बजे शालीमाग से सागर के साथी रविन्द्र भिंडा और अमित खागड़ को उठाया था और इनको स्टेडियम में ले आए थे। जहां पर इनकी पिटाई की गई और इनसे सागर के बारे में पता किया गया। सागर के ठिकाने का पता लगने के बाद ये लोग मॉडल टॉउन पहुंच गए। जहां से ये सागर, सोनू महाल और भगतू को उठाकर छत्रसाल स्टेडियम ले आए। सागर की लात, घूसे, डंडे, हॉकी व बेसबॉल के बैट से करीब पौने घंटे तक पिटाई की गई। पुलिस को रात करीब सवा बजे इसकी सूचना मिली।
अपराध शाखा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दिल्ली पुलिस ने सुशील के खिलाफ अहम सबूत जमा कर लिए हैं। कई लोग गवाह के लिए भी तैयार हैं। इनमें से दो तो सुशील के खास आदमी हैं और कुछ स्टेडियम के कर्मचारी हैं। गवाहओं के अनुसार सागर को पिटते हुए सुशील कहा रहा था, जान से मारने की धमकी देगा.. उसके फ्लैट पर कब्जा करेगा और उसकी बात नहीं मानेगा। इसके अलावा छत्रसाल स्टेडियम की सीसीटीवी फुटेज भी महत्वपूर्ण इलेक्ट्रॉनिक सबूत है।
इस मामले में काला असौदा गिरोह के जिन चार बदमाश भूपेन्द्र, मोहित, गुलाब उर्फ पहलवान और मंजीत को गिरफ्तार किया है। उन्होंने पुलिस को बताया है कि सुशील के दोस्त व आरोपी अजय ने फोन कर उन्होंने बुलाया था। अजय ने फोन कर कहा था कि पहलवान जी का झगड़ा हो गया है और जल्द स्टेडियम आ जाओ। जिसके बाद इस गैंग के सात लोग स्टेडियम पहुंचे थे।
26 मई को ही सुशील का 38 वां जन्मदिवस भी था। अपराध शाखा के पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अपने 38वे जन्मदिन पर सुशील परिवार को याद कर बहुत ज्यादा भावुक हो गया था और रोना लगा था।
गौरतलब है कि सागर की हत्या के बाद से सुनील फरार चल रहा था। इसपर पुलिस ने एक लाख का इनाम भी रखा था। हाल ही में इसे पुलिस ने पकड़ा है।