23 की उम्र में IPS अधिकारी बन रॉ में किया काम, अब सुबोध कुमार बने सीबीआई के नए डायरेक्टर
आईपीएस अधिकारी सुबोध कुमार जायसवाल को सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इंवेस्टिगेशन (central bureau of investigation) यानि CBI के अगले निदेशक के रूप में चुना गया हैं. इस पद के लिए लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली समिति के सदस्यों ने 24 मई सोमवार के दिन बैठक की थी. उसी दौरान ये फैसला लिया गया. हालिया नवनियुक्त CBI निदेशक सुबोध कुमार जायसवाल इस समय CISF के डायरेक्टर जनरल पोस्ट पर अपनी सेवा दें रहे हैं.
गौरतलब हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया और लोकसभा में नेता विपक्ष अधीर रंजन चौधरी की कमेटी के द्वारा सीबीआई के निदेशक पद के लिए सोमवार देर शाम को बैठक हुई. इस दौरान कई नामों पर चर्चा हुई. पूरी मीटिंग में सुबोध कुमार जायसवाल के नाम बाहर निकल कर आया और उन्हें इस पद के लिए चुन लिया गया.
सुबोध कुमार जायसवाल के करियर के बारे में बात करें तो वह 1985 बैच के महाराष्ट्र कैडर के अधिकारी हैं. इस पद पर आने से पहले वह मुंबई पुलिस कमिश्नर और महाराष्ट्र डीजीपी के पद पर रहते हुए अपनी सेवा दें चुके हैं. वे राज्य की उद्धव ठाकरे सरकार से मतभेद के बाद सेंट्रल डेपुटेशन पर दिल्ली चले गए थे. सुबोध कुमार मुंबई सीपी पर आने से पहले सेंट्रल डेपुटेशन पर मौजूद थे. इतना ही नहीं वह महाराष्ट्र एटीएस के चीफ पद पर भी सेवा दें चुके हैं. सुबोध जायसवाल 2006 के मुंबई सीरियल ब्लॉस्ट के जांच भी की थी. तेलगी स्कैम केस में भी जाँच कर चुके हैं. वह RAW मे भी थे.
सीबीआई के नए डायरेक्टर बने सुबोध जायसवाल का जन्म 22 सितंबर 1962 में हुआ था. वह बचपन से ही पढाई में बहुत आगे थे. उन्होंने सिर्फ 23 साल की उम्र में UPSC जैसा एग्जाम क्लियर किया और आईपीएस अधिकारी बन गए. काबिल अफसर जायसवाल का देश की खुफिया एजेंसी रॉ में कई महत्वपूर्ण ऑपरेशन के लिए चयन किया गया था. रॉ में रहते हुए उन्होंने कई ऑपरेशन को बहुत ही अच्छे तरीके से पूरा किया. देश के बाहर भी उन्होंने रॉ के लिए कई सफल ऑपरेशन किये.
सुबोध कुमार ने प्रधानमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था देखने वाली फोर्स स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (SPG ) यानी एसपीजी में भी बखूबी जिम्मेदारी निभाई. उन्होंने सहायक महानिरीक्षक और उप – महानिरीक्षक पद पर रहते हुए अपने अधिकारियों को उनके बारे में सोचने के लिए मजबूर कर दिया. इन सब के अलावा वह कैबिनेट सचिवालय में अतिरिक्त सचिव और संयुक्त सचिव के पद पर भी काम कर चुके हैं. इससे पहले उन्हें 2001 में राष्ट्रपति पुलिस पदक (President’s police medal ) से सम्मानित किया गया था.
भारत सरकार द्वारा उनको बाद में “असाधारण सुरक्षा प्रमाण पत्र “से सम्मानित किया गया. सीबीआई के डिप्टी चीफ राकेश अस्थाना के साथ हुए विवाद के चलते सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा को उनके पद से से हटा दिया गया था. इसके बाद सीबीआई का निदेशक पद ऋषि कुमार शुक्ला को सौपा गया था. अब वह भी रिटायर हो चुके हैं. 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी प्रवीण सिन्हा कार्यवाहक निदेशक का काम देख रहे हैं. अब सुबोध कुमार जायसवाल इस पद पर काबिज़ होंगे.