चंद्रग्रहण के दौरान कर लें ये काम, जीवन पर पड़ेगा शुभ प्रभाव
शास्त्रों में ग्रहण को शुभ नहीं माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार ग्रहण के दौरान किसी भी तरह का मांगलिक कार्य नहीं करना चाहिए। साथ में ही पूजा-पाठ भी इस दौरान करना वर्जित माना गया है। 26 मई यानी आज साल का पहला चंद्र ग्रहण है। जो कि दोपहर 02 बजकर 17 मिनट पर शुरू होगा और शाम 07 बजकर 19 मिनट तक रहेगा। ये खग्रास चंद्रग्रहण होगा। जो कि केवल पूर्वी राज्यों में ही दिखने वाला है।
ग्रहण लगने के दौरान आप किसी भी प्रकार का मांगलिक कार्य न करें। वहीं इस दौरान अगर नीचे बताए गए कामों को किया जाता है। तो ग्रहण के प्रकोप से बचा जा सकता है और शुभ फल मिलता है।
ग्रहण के दौरान जरुर करें ये काम –
1.सुनें भगवान सत्यनारायण की कथा
चंद्रग्रहण के दौरान पूजा-पाठ करना वर्जित माना जाता है। हालांकि इस दौरान कथाएं सुनना शुभ माना जाता है। चंद्रग्रहण लगने पर भगवान सत्यनारायण की कथा सुना फलदायक माना जाता है। ये कथा सुनने से ग्रहण का दुष्प्रभाव भी नहीं पड़ता। इसलिए चंद्रग्रहण लगने पर इस कथा को जरूर पढ़े लें।
ईष्ट देवता की पूजा
चंद्रग्रहण लगने पर अपने ईष्ट देवता का पूजन भी जरूर करें। ईष्ट देवता की पूजन करने से मन को शांति मिलती है और ग्रहण के बुरे प्रकोप से रक्षा होता है। पूजा करते हुए अपने ईष्ट देवता के मंत्रों का जाप भी करें। श्रद्धानुसार 21, 51 या फिर 101 बार इन मंत्रों का जाप करें।
चींटियों को आटा डाला
ग्रहण के दुष्प्रभाव से बचने के लिए चींटियों को आटा और शक्कर डालें। ग्रहण के दौरान काली चींटियों को आटा और शक्कर डालने से रोगों से भी रक्षा होती है। इसके अलावा आप चाहें तो तिल के तेल में आटा और शक्कर मिलाकर भी चींटियों को डाल सकते हैं।
शिव की पूजा करें
सूतक काल शुरू होने से पहले आप शिव की पूजा जरूर कर लें। शिव की पूजा करने से ग्रहण का बुरा प्रभाव आप पर नहीं पड़ता है। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार ग्रहण लगने से पहले शिवलिंग पर जल जरूर चढ़ाना चाहें और साथ में ही ‘ऊं नम: शिवाय’ मंत्र का 108 बार जप करें।
पशु-पक्षियों को दाना डालें
ग्रहण खत्म होने के बाद पशु-पक्षियों को भी दाना-पानी दें। ऐसा करने से ग्रहण का नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ता है। इसके अलावा एक रोटी बना लें। उसपर चीनी व घी लगा दें। फिर इसे गाय को खिला दें। ये उपाय बेहद ही कारगर साबित होता है। इसके अलावा आप चाहें को काले कुत्ते को भी रोटी खिला सकते हैं। एक रोटी को तेल में तल लें। उसके बाद इसे काले कुत्तो को खिला दें।
मंदिर में करें दान
ग्रहण खत्म होने के बाद जब मंदिर के कपट खुल जाए तो मंदिर जाकर पूजा करें और दाल व चावल का दान भी करें। मंदिर में दाल व चावल चढ़ाना शुभ होता है। मंदिर के अलावा आप किसी जरूरतमंद को भी खाने की चीजों का दान करें।