पुरुषों में यौन क्षमता बढ़ाता है मटके का पानी, जाने कैसे ये फ्रिज से है लाख गुना बेहतर
आजकल लगभग हर घर में आपको फ्रिज देखने को मिल जाएगी। अधिकतर लोग इसी फ्रिज का ठंडा पानी पीते हैं। लेकिन कुछ गिने चुने लोग ऐसे भी हैं जिन्हें मिट्टी के बने मटके का पानी पीना अच्छा लगता है। गांवों में तो आज भी ये मटका शीतल पानी देने के लिए काफी फेमस है। फ्रिज की तुलना में मटके का पानी पिन सेहत के लिए भी फायदेमंद होता है। खासकर पुरुषों को इससे बहुत लाभ मिलता है।
मिट्टी के मटके का पानी पीने के लाभ
1. कोरोना काल में हमारा रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट अधिक प्रभावित होता है। ऐसे में फ्रिज का पानी पिया जाए तो ये समस्या और भी बढ़ जाती है। हालांकि मटके का पानी पीकर आप खुद को खांसी, गले में दर्द, गले में खराश, गले पकने और ग्रंथियों में सूजन आने जैसी दिक्कतों से दूर रख सकते हैं।
2. फ्रिज में हम प्लास्टिक की बोतल में पानी भरकर रखते हैं। प्लास्टिक की बोतल में बीपीए नामक कैमिकल होता है जो हॉर्मोन को असंतुलित कर मोटापा बढ़ाता है। वहीं मटके का पानी मेटाबॉलिज्म को बढ़ाकर शरीर का फैट बर्न करने में हेल्प करता है।
3. प्लास्टिक बोतल में रखा पानी पीने से पुरुषों के टेस्टोस्टेरोन हॉर्मोन (Testosterone hormone in men) प्रभावित होते हैं। वहीं मटके का पानी इस हॉर्मोन को संतुलित करने का काम करता है। बता दें कि टेस्टोस्टेरॉन पुरुषों की सेक्शुअल लाइफ के लिए अहम होता है। इसलिए अपनी यौन क्षमता को बढ़ाने के लिए पुरुषों को मटके का पानी ही पीना चाहिए।
4. मटके की मिट्टी के द्वारा पानी में जरूरी विटामिन और मिनरल मिल जाते हैं। ये चीज आपके शरीर का ग्लूकोज लेवल संतुलित रखती है। इससे आपका शरीर अंदर से शीतल रहता है। धूप में निकलने पर भी आपको लू यानी सनस्ट्रोक नहीं होता है। यह लाभ फ्रिज की प्लास्टिक की बोतल में रखे पानी से नहीं मिल पाता है।
5. मटका आपके शरीर के पीएच लेवल को भी कंट्रोल में रखता है। चुकी मनुष्य की प्रकृति एसिडिक जबकि मिट्टी की प्रकृति अल्कलाइन होती है, इसलिए इसका पानी पीने से हमे एसिडिटी और पेट संबंधित कई समस्याओं से छुटकारा मिल जाता है।
6. विशेषज्ञों की माने तो मटके में यदि पानी चार घंटे से अधिक समय तक रखा जाए तो ये अपने आप ही फ़िल्टर हो जाता है। दरअसल मिट्टी का यह मटका प्राकृतिक रूप से दूषित कणों को सोख लेता है। इस तरह ये दूषित कण आपके पानी से निकल जाते हैं और आपका पानी स्वतः ही फ़िल्टर होकर साफ हो जाता है।