
चंद्रग्रहण के समय गर्भवती महिलाएं हरगिज न करें ये काम, वरना होगा भारी नुकसान
आज चंद्रग्रहण ग्रहण है। जिसका सूतक सुबह 6 बजकर 15 मिनट पर शुरू हो गया है। 26 मई को दोपहर 02 बजकर 17 मिनट से शाम 07 बजकर 19 मिनट तक खग्रास चंद्रग्रहण पड़ेगा। ये पूर्वी राज्यों में लगेगा और अरुणाचल प्रदेश, मिजोरम, बंगाल, नागालैंड, पूर्वी उड़ीसा, मणिपुर, त्रिपुरा, असम और मेघालय में देखा जाएगा। वहीं यूपी, दिल्ली, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में इस ग्रहण को नहीं देखा जा सकेगा। ज्योतिषाशास्त्र में चंद्रग्रहण के दौरान कुछ कार्यों को करना वर्जित माना गया है।
ग्रहण के समय सोना, खाना खाना व शुभ कार्य करना वर्जित माना जाता है। इसलिए आप इन कार्य को न करें। साथ में ही ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को भी अपना खास ध्यान रखना चाहिए।
ग्रहण लगने पर गर्भवती महिलाएं भूलकर भी न करें ये कार्य
ज्योतिषाशास्त्र के अनुसार गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के समय घर से बाहर नहीं निकला चाहिए। ग्रहण की छाया को अशुभ माना जाता है और ये बच्चे के लिए हानिकारण साबित होती है। इसके अलावा महिलाएं घर में भी रहते समय इस चीज का ध्यान रखें की ग्रहण की रोशनी शरीर को न छूए।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को सोना नहीं चाहिए। इस दौरान सोने से मां और बच्चे दोनों की मानसिक और शारीरिक सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
गर्भवती महिलाओं को सूई-धागे का प्रयोग नहीं करना चाहिए। इस दौरान सूई-धागों का प्रयोग करने से बच्चे के शरीर का विकास अच्छे से नहीं होता है।
गर्भवती महिलाएं ग्रहण के दौरान भोजन का सेवन न करें। ग्रहण के दौरान खाना खाना शास्त्रों में वर्जित माना गया है। मान्यता है कि ग्रहण लगने पर अगर खाना खाया जाए तो सेहत पर बुरा असर पड़ता है। ग्रहण के दौरान खाना विषैला बन जाता है और इसे खाने से कई रोग शरीर को लग जाते हैं।
ग्रहण लगने पर कैंची का प्रयोग न करें। कैंची के अलावा चाकू का इस्तेमाल करना भी वर्जित माना गया है। शास्त्रों के अनुसार ग्रहण के वक्त कैंची व चाकू का प्रयोग करने से दुष्प्रभाव बच्चे पर पड़ता है। इससे बच्चे के अविकसित अंग को नुकसान पहुंचता है। कई बार तो अंगों तक कटे होते हैं।
ग्रहण लगने पर अपने मन को शांत रखें और किसी से लड़ाई न करें।
ग्रहण लगने पर करें गर्भवती महिलाएं ये काम –
ग्रहण लगने पर धार्मिक कथाओं को पढ़ें। इस दौरान धार्मिक कथाओं को पढ़ने से ग्रहण का बुरा प्रभाव नहीं पड़ता है।
ग्रहण खत्म होने पर जरूर नहाएं और पानी में गंगा जल को भी मिलाएं। ऐसा करने से शरीर शुद्ध हो जाता है। इसके अलावा पूरे घर को शुद्ध करें और गंगा जल का छिड़काव करें।