प्रेमी से शादी करने के लिए प्रेमिका ने पार की सारी हदें, 10 दिनों तक घर के बाहर दिया धरना
धरना देने में यह लड़की तो केजरीवाल की भी अम्मा निकली
उत्तर प्रदेश में एक प्रेमिका अपने प्रेमी के घर के बाहर धरने पर बैठ गई और उससे शादी करने की जिद करने लगी। प्रेमिका ने प्रेमी व उसके परिवार वालों से कहा कि वो तब तक धरना देगी, जबतक उसका विवाह प्रेमी से नहीं करवाया जाएगा। प्रेमी व उसके घर वालों को लगा की कुछ देर घर के बाहर बैठने के बाद लड़की वापस चले जाएगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। प्रेमिका 10 दिनों तक प्रेमी के घर के बाहर बैठी रही। ये मामला राज्य के कन्नौज का है।
खबर के अनुसार कन्नौज के सौरिख में विवाह की जिद को लेकर शिवा यादव नामक लड़की अपने प्रेमी अनुज यादव के घर के बाहर आकर बैठ गई। शिवा यादव दस दिन तक अनुज यादव की चौखट पर डेरा डालकर बैठी रही। दरअसल इटावा की रहने वाली शिवा यादव और अनुज एक दूसरे से प्यार करते थे। लेकिन किसी कारण से अनुज ने शादी करने से मना कर दिया था। अनुज के परिवार वाले भी इस रिश्ते से खुश नहीं। ऐसे में अपने प्रेमी अनुज व उसके घर वालों को शादी के लिए मनाने के लिए शिवा यादव ने ये अनोख तरीका निकाल और इनके घर के बाहर जाकर बैठ गई।
अनुज व उसके परिवार के लोगों को लगा कि कुछ देर तक धरना देने के बाद शिवा वापस अपने घर चले जाएगी। लेकिन शिवा के इरादे पक्के थे और उसे 10 दिनों तक धरना दिया। आखिरकार जीत मिल गई। इटावा की भरथना कोतवाली के ग्राम नगला अजीत की रहने वाली शिवा यादव के अनुसार उसका प्रेम प्रसंग थाना क्षेत्र के ग्राम नगला विशुना निवासी अनुज यादव पुत्र कुंवर बहादुर यादव से काफी समय से चल रहा था। दोनों ने शादी करने के लिए कहा तो अनुज के परिजन तैयार नहीं हुए। इस पर शिवा ने अनुज को अपनाने के लिए अपना घर छोड़ दिया।
अनुज के घर वो जब उसके परिवार के लोगों को मनाने के लिए आई तो किसी ने उससे बात नहीं की। इतना ही नहीं घर को ताला लगाकर वहां से चले गए। हालांकि बाद में सब सही हो गया। अनुज व परिजन शादी के लिए मान गए। जिसके बाद इन दोनों की शादी करवाई गई। दोनों तरफ के परिजनों की मौजूदगी में शिवा और अनुज का विवाह बालाजी मंदिर में किया गया। यहां दोनों ने एक दूसरे को वर माला पहनाई और शादी के बंधन में बंध गए।
13 मई से दे रही थी धरना
शिवा 13 मई से धरना दे रही थी। पचास किलोमीटर दूर अनुज के घर आकर ये 10 दिनों तक वहां बैठी रही। शिवा को देख अनुज के परिजन घर में ताला लगाकर गायब हो गए। जिसके बाद शिवा ने घर के बरामदे में धरना दे दिया। शिवा को हटाने की लाख कोशिश की गई लेकिन वो नहीं मानी। रिश्तेदारों ने पहल की जिसके बाद इनका विवाह सकरावा के बालाजी मंदिर में करा दिया गया। हालांकि मंदिर में हुई शादी में अनुज के माता-पिता शामिल नहीं हुए। शादी की सभी रस्में शिवा के पिता सतीश यादव ने निभाईं।
प्रेमी अनुज यादव के दरवाजे पर बैठी शिवा ने मीडिया से बात करते हुए उनका आभार जताया और कहा कि उसकी मांग को मीडिया ने लगातार 10 दिन तक उठाया। शिवा ने कहा कि मीडिया के सहयोग से ही उसकी शादी हो सकी है। वरना ऐसा मुमकिन नहीं थी।