नाराज पत्नी को मनाने के लिए ससुराल पहुंचा पति, चौखट पर किया 31 घंटे इंतजार मगर…
उत्तर प्रदेश में एक पत्नी ब्यूटी पार्लर का बोलकर अपने पति का घर छोड़ मायके चले गई। पति लंबे समय तक पत्नी के लौटने का इंतजार करता रहा। लेकिन वो वापस नहीं आई। मायके पहुंचने के बाद पति को फोन कर पत्नी ने कहा कि वो अब वापस घर नहीं आने वाली हैं। कई सालों तक पत्नी के घर वापस न आने पर पति उसके मायके पहुंच गया और घर के बाहर बैठकर उसका इंतजार करने लगा। लेकिन फिर भी पत्नी उसके साथ वापस नहीं लौटी। ये मामला आगरा का है।
खबर के अनुसार राजस्थान के अजमेर के वैशाली नगर के रहने वाले अविनाश वर्मा की शादी आगरा में रहने वाली एक युवती से साल 2015 में हुई थी। अविनाश पेशे से एकाउंटेंट हैं और अपने परिवार से साथ अजमेर में रहते हैं। अविनाश के मुताबिक उनका विवाह दो मई 2015 को सुलहकुल नगर की रहने वाली युवती से हुआ था। शादी की पहली सालगिरह ही पत्नी ब्यूटी पार्लर का बोलकर घर से निकली। काफी समय तक अविनाश ने अपनी पत्नी का इंतजार किया। लेकिन वो लौटकर नहीं आई। जब अविनाश ने पत्नी को फोन किया तो उसने कहा कि वो मायके चले गई है।
बाद में अविनाश भी पत्नी को लाने के लिए मायके चले गया। लेकिन पत्नी ने साथ चलने से मना कर दिया। तब ससुराल वालों ने अविनाश को आश्वासन दिया कि वो तीन दिन बाद उसे भेज देंगे। जिसके बाद अविनाश अपने घर वापस लौट गया। घर वापस आने के बाद अविनाश पत्नी के आने का इंतजार करता रहा। वहीं एक दिन अविनाश के घर अजमेर पुलिस पहुंच गई और उसे नोटिस पकड़ा दिया।
अविनाश के अनुसार पत्नी ने उसपर उत्पीड़न की शिकायत महिला आयोग में की है। पति के खिलाफ जांच के निर्देश अजमेर पुलिस को दिए गए हैं। ये सब होने के बाद अविनाश ने अजमेर न्यायालय में पत्नी के खिलाफ सेक्शन नौ में वाद दायर कर दिया। दूसरी तरफ पत्नी ने अविनाश के खिलाफ दहेज के लिए उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज करावा दिया। और उसके खिलाफ भरण-पोषण का वाद दायर कर दिया। इतना सब होता देख अविनाश के माता-पिता ने उसे संपत्ति से बेदखल कर दिया। इतना ही नहीं उसकी नौकरी तक छूट गई।
अविनाश कहते हैं कि पत्नी फोन पर बात करती है। मगर, घर आने के लिए तैयार नहीं है। इसलिए उसने घर जाकर उसे लाने का सोचा। अविनाश शनिवार सुबह नौ बजे आगरा आया और पत्नी के घर के बाहर खड़ा हो गया। अविनाश के अनुसार वो अपनी पत्नी से बात करना चाहता था और उससे पूछना चाहता था कि वो साथ रहना चाहती है या फिर अलग होना चाहती है। मगर, अविनाश के आने पर पत्नी रिश्तेदार के यहां चली गई।
फोन करने पर भी नहीं आई और बाद में तो फोन ही उठाना बंद कर दिया। रात में अविनाश ससुराल के गेट के बाहर धरना देकर बैठा रहा। रविवार को भी घर के बाहर अविनाश पत्नी के आने का इंतजार करता रहा। इस दौरान पत्नी के पड़ोसियों ने उसकी मदद की और उसे बैठने को कुर्सी और सोने को पलंग दिया। वहीं अविनाश ने ऑनलाइन अपने लिए खाना भी ऑडर किया। लेकिन शाम तकरीबन चार बजे अविनाश अपने घर वापस चला गया।