बाजार में जल्द मिलेगी DRDO की बनाई गई कोरोना एंटीबाॅडी टेस्टिंग किट, घर बैठे कर सकेंगे जांच
अब जल्द ही लोग अपने आप कोविड-19 एंटीबॉडी टेस्ट कर सकेंगे। इस टेस्ट की मदद से आसानी से घर बैठे पता लगाया जा सकेगा की शरीर में एंटीबॉडी हैं कि नहीं। भारत की डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (DRDO) ने स्वदेशी कोविड-19 एंटीबॉडी डिटेक्शन किट को तैयार किया है। जिसे सरकार की ओर से मंजूरी मिल गई है। जून के पहले हफ्ते में ये किट बाजार में आ जाएगा। इसका नाम डिप्कोवैन (DIPCOVAN) रखा गया है।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने DRDO की इस किट की सराहना करते हुए कहा कि ये कोविड महामारी से लड़ाई में लोगों की मदद करेगी।इस किट को ICMR ने अप्रैल में अनुमति दी थी। जबकि इसी महीने ड्रग्स कंट्रोलर जनरल आफ इंडिया (DCGI) ने इसके निर्माण और बाजार में बेचे जाने की मंजूरी दी है। जिसके बाद अब ये किट बाजार में आने को पूरी तरह से तैयार है।
आपको बता दें कि इस किट को DRDO की लैब डिफेंस इंस्टीट्यूट ऑफ फिजियोलॉजी एंड अलाइड साइंसेज ने दिल्ली की वैनगार्ड डायग्नोस्टिक्स प्राइवेट लिमिटेड के साथ मिलकर बनाया है। इसकी मदद से शरीर में सार्स-सीओवी-2 वायरस और न्यूक्लियो कैप्सिड प्रोटीन की मौजूदगी का पता लगाया जा सकेगा।
1000 मरीजों पर की गई टेस्टिंग
करीब 1000 मरीजों पर इस कीट का परीक्षण किया गया है। जिसके बाद इसे बाजार में उतारने की अनुमति दी गई है। पिछले एक साल के दौरान इस किट के तीन बैच का अस्पतालों में अलग-अलग परीक्षण किया गया है। डीआरडीओ के मुताबिक डिप्कोवैन किट की मदद से शरीर में सार्स-सीओवी-2 वायरस (कोविड-19) और इससे लड़ने वाले न्यूक्लियो कैप्सिड प्रोटीन की मौजूदगी का पता लगाया जा सकेगा। जिससे ये साफ हो सकेगा कि आप कोविड-19 के संपर्क में आये हैं या नहीं व आपके शरीर में इसकी एंटीबॉडी बन गई हैं या नहीं। इसकी रिपोर्ट 97% की हाई सेंसिटिविटी और 99% स्पेसिफिसिटी के साथ मिलेगी।
75 रुपए होगा दाम
इसका दाम 75 रुपये तय किया गया है और ये किट महज 75 मिनट में ही टेस्ट के नतीजे बता देगी। इस किट की सेल्फ लाइफ 18 महीने तक होगी। लाॅन्चिंग के समय करीब 100 किट उपलब्ध होंगी। इससे करीब 10 हजार लोगों की जांच होगी। इसके बाद हर महीने 500 किट का प्रोडक्शन होगा।
गौरतलब है कि इससे पहले DRDO ने एंटी कोविड ड्रग 2DG भी लॉन्च की है। कोरोना ड्रग 2DG की इमरजेंसी यूज की मंजूरी के बाद पिछले सोमवार को इसे लॉन्च किया गया था। ये दवा एक पाउडर के रूप में आती है और पानी में घोल कर दी जाती है। ये दवा कोरोना वायरस से संक्रमित कोशिकाओं पर सीधा काम करती है। इस दवा को सबसे पहले दिल्ली के DRDO कोविड अस्पताल में भर्ती मरीजों को दिया जाएगा। वहीं जून के पहले हफ्ते से सभी जगहों पर उपलब्ध होगी।