झाड़ियों के पीछे बुरी हालत में मिली 9 साल की लड़की, बोली 10 साल के लड़के ने किया मेरा रेप
देशभर में रेप की वारदातें रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। आए दिन हम किसी न किसी पीड़िता के साथ हुई बलात्कार की घटना सुनते हैं। यहां तक कि नाबालिग लड़कियों के साथ भी ये घिनौना काम हो रहा है। आमतौर पर नाबालिग के साथ रेप करने वाला शख्स कोई एडल्ट ही होता है। लेकिन बिहार के भागलपुर जिले में एक ऐसा हैरान करने वाला मामला सामने आया है जहां एक 9 साल की लड़की से रेप करने का आरोप 10 साल के लड़के पर लगा है।
यह हैरान कर देने वाला मामला बिहार (Bihar) के भागलपुर जिले (Bhagalpur district) के इशाकचक थाना क्षेत्र का है। यहां एक नौ वर्षीय लड़की के साथ रेप हुआ। रेप का इल्जाम लड़की के ही पड़ोस में रहने वाले 10 साल के लड़के पर लगा। लड़की की मां ने इस 10 वर्षीय लड़के के खिलाफ थाने में रेप का मामला दर्ज भी किया है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। वे खुद भी इस मामले को लेकर हैरान हैं।
इशाकचक थाना में बेटी के बलात्कार का मामला दर्ज कराने पहुंची पीड़िता की मां ने बताया कि घटना मंगलवार की है। रोज की तरह उसकी बेटी खेलने के लिए बाहर गई थी। जब बहुत देर तक वह घर नहीं लौटी तो परिजनों ने तलाश शुरू की। कुछ देर बाद उनकी बेटी घर के पीछे झाड़ियों के के पास बुरी हालत में मिली। जब उससे पूछा गया कि क्या हुआ तो उसने बताया कि रेलवे लाइन झोपड़पट्टी में रहने वाले एक लड़के ने उसके साथ गंदा काम किया है।
बच्ची की मां का यह भी कहना है कि जब उनकी बेटी मिली थी तो उसके कपड़ों पर खून लगा हुआ था। मां की शिकायत के बाद पुलिस घटनास्थल पर गई और वहां का मुआयना किया। साथ ही बुधवार को लड़की को मेडिकल जांच के लिए भी भेजा गया। इस मामले की जांच एएसपी सिटी पूरन झा और इशाकचक थाना अध्यक्ष इंस्पेक्टर कर रहे हैं। पुलिस द्वारा आसपास के लोगों ए पूछताछ भी कि गई है।
यह घटना आसपास के इलाके में चर्चा का विषय भी बनी हुई है। जिनसे भी इस बारे में सुना उन्हें यकीन नहीं हुआ। आखिर एक दस साल का बच्चा रेप जैसी घटना को कैसे अंजाम दे सकता है। यदि ये सच में हुआ यही तो काफी शर्मनाक बात है। हमारी सोसाइटी किस दिशा में जा रही है। ऐसे मामलों में माता पिता की भूमिका अहम होती है। ये उनक जिम्मेदारी होती है कि वे अपने बच्चों को बचपन से ही अच्छे संस्कार दें और गलत संगत से दूर रखें।
वैसे आपके हिसाब से दोषी पाए जाएं पर 10 साल के बच्चे को क्या सजा दी जानी चाहिए?