राजेश खन्ना की ऐसी गर्लफ्रेंड जो आख़िरी समय तक रही उनके साथ, 7 साल तक दोनों एक ही घर में रहे
हिंदी सिनेमा के पहले सुपरस्टार दिवंगत और दिग्गज़ अभिनेता राजेश खन्ना अक्सर अपने किस्सों और फिल्मों के चलते फैंस के बीच चर्चा का विषय बन जाते हैं. राजेश खन्ना को दुनिया छोड़े करीब 9 साल हो चुके हैं, हालांकि फैंस को अक्सर अपने चहेते सुपरस्टार की याद आती रहती हैं. बॉलीवुड के लिए एक समय राजेश खन्ना बहुत बड़ा नाम हुआ करते थे.
राजेश खन्ना का जलवा ऐसा हुआ करता था कि, मेकर्स राजेश खन्ना को अपनी फिल्म में लेने के लिए उनसे मिन्नतें करते थे. ‘काका’ के नाम से ख़ास पहचान रखने वाले राजेश खन्ना का स्टारडम एक समय चरम पर था. उस समय कहा जाता था ‘ऊपर आका नीचे काका.’ जहां देखो वहां बस राजेश खन्ना का जलवा ही देखने को मिला था.
राजेश खन्ना ने बॉलीवुड की दुनिया में जो स्टारडम हासिल किया वो न ही उनके पहले किसी को नसीब हुआ और न ही उनके बाद वह स्टारडम दूसरा कोई कलाकार हासिल कर पाया. काका के बाद और काका के पहले भी बॉलीवुड को कई बेहतरीन कलाकार मिले लेकिन स्टारडम के मामले में तो ‘काका’ सब पर भारी पड़े.
राजेश खन्ना अपनी फिल्मों और रईसी के साथ ही अपनी निजी ज़िंदगी को लेकर भी सुर्ख़ियों में रहे. 16 साल की लड़की डिंपल कपाड़िया से शादी करना हो या फिर ख़ूबसूरत अभिनेत्री अंजू महेन्द्रू संग अफ़ेयर हो. ‘काका’ ने हर एक चीज से ख़ूब सुर्खियां बटोरी. राजेश खन्ना और अंजू महेन्द्रू करीब 7 साल तक साथ में रहे थे. अंजू भी ‘काका’ के साथ उनके घर पर ही रहा करती थी.
अंजू और राजेश खन्ना के बीच सब कुछ ठीक चल रहा था, लेकिन राजेश खन्ना यह चाहते थे कि, अंजू फ़िल्मी दुनिया छोड़ दे और उनके साथ शादी कर घर बसा ले. हालांकि अंजू बॉलीवुड में अपना करियर बनाना चाहती थी. ऐसे में दोनों के रिश्ते में दरार पड़ने लगी और फिर 1971 तक दोनों के रिश्ते का अंत हो गया. बताया जाता है कि, ‘काका’ अक्सर अंजू को ड्रेसिंग को लेकर भी टोकते रहते थे. कभी उनके स्कर्ट पहनने पर सवाल उठाते तो कभी सड़ी पहनने पर कहते तुम भारतीय नारी जैसा क्यों दिखना चाहती हो ?
दोनों के ब्रेकअप की वजह वेस्ट इंडीज के पूर्व क्रिकेटर गैरी सोबर्स के साथ अंजू की नजदीकियों को बढ़ना भी माना जाता है. बताया जाता है कि, अंजू ने गैरी से सगाई तक कर ली थी, जब राजेश खन्ना को यह बात पता चली तो उन्होंने अंजू से रिश्ता तोड़ लिया. हालांकि अंजू ब्रेकअप होने के बावजूद राजेश खन्ना की आख़िरी सांस तक उनकी एक अच्छी दोस्त के रूप में उनके साथ बनी हुई थी.