वैक्सीन लगवाने के कितने दिनों बाद कर सकते हैं रक्तदान, सरकार ने बताएं नियम, जानें सबकुछ
आज ही एक ख़बर आई कि अब देश में कोरोना काल के बीच “रक्त” की कमी सामने आ रही। वैसे तो रक्तदान को महादान बताया गया है, लेकिन इसको लेकर तरह-तरह की भ्रांतियां होने की वज़ह से पहले से ही लोग कम संख्या में रक्तदान करते थे। इसके बाद वैक्सिनेशन के कितने दिन पहले और कितने दिन बाद रक्तदान किया जा सकता। इसको लेकर भ्रम ने स्थिति ओर नाज़ुक बना दिया। कहीं सुनने में आता कि वैक्सिनेशन के 60 दिन बाद रक्तदान कर सकते तो कहीं 90 तो कहीं कुछ और।
ऐसे में अब जब केंद्र सरकार ने कोरोना वैक्सीनेशन के लिए गाइडलाइन जारी की है। इससे यह भ्रम की स्थिति भी दूर हो गई है कि वैक्सिनेशन के कितने दिन बाद रक्तदान करना चाहिए या नहीं। केंद्र सरकार ने कोरोना वैक्सिनेशन को लेकर एक गाइडलाइन जारी की है। जिसमें यह बात कही गई है कि कोई भी व्यक्ति वैक्सीन लगवाने के 14 दिन बाद ही रक्तदान कर सकता है। इतना ही नहीं सरकार की तरफ़ से यह भी कहा गया है कि, कोरोना संक्रमित हो चुका व्यक्ति भी “आरटीपीसीआर रिपोर्ट निगेटिव” आने के 14 दिनों के बाद रक्तदान कर सकता है। ऐसे में अब अगर रक्त की कमी की खबरें निकलकर बाहर आ रही तो स्वस्थ लोगों को आगे बढ़कर रक्तदान अवश्य करना चाहिए, ताकि किसी की जान बच सकें, क्योंकि मानव सेवा से बड़ा
कोई धर्म नहीं। वहीं, जानकारी के लिए बता दें कि नई गाइडलाइन में यह भी कहा गया है कि बस्तनपान करा रही महिलाओं के लिए भी वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है। हालांकि गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण पर अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है। इस संबंध में राष्ट्रीय तकनीकी सलाहकार समूह के साथ विचार-विमर्श किया जा रहा है।
गौरतलब हो कि सरकार ने नेशनल एक्सपर्ट ग्रुप ऑन वैक्सीन एडमिनिस्ट्रेशन फॉर कोविड (नेगवैक) की सिफारिशों के बाद यह गाइडलाइन जारी की है। एक्सपर्ट ग्रुप ने वैक्सीन पर नई शोध रिपोर्ट और वैश्विक वैज्ञानिक साक्ष्यों के आधार पर ये सिफारिशें की है। इसके मुताबिक, कोरोना से संक्रमित हो चुके लोगों पर वैक्सीन का प्रभाव तीन महीने के बाद देखा गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस संबंध में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र लिखकर वैक्सीनेशन से जुड़े अधिकारियों को इन सिफारिशों पर ध्यान देने व प्रभावी क्रियान्वयन के लिए जरूरी कदम उठाने का निर्देश दिया है।
आइए जानते हैं नई गाइडलाइन की क्या है मुख्य बिंदु
इस गाइडलाइन के कुछ अहम बिंदु इस प्रकार से हैं-
पहला स्तनपान करा रही महिलाओं के लिए भी सुरक्षित है टीका। दूसरा यह कि एक्सपर्ट ग्रुप की सिफारिशों को सरकार ने दी है मंजूरी। वही तीसरा अहम बिंदु यह है कि कोई भी व्यक्ति वैक्सीन लगवाने के 14 दिन बाद ही रक्तदान कर सकता है। नई गाइडलाइन की मुख्य बात यह है कि कोरोना संक्रमित हो चुका व्यक्ति आरटीपीसीआर रिपोर्ट निगेटिव आने के 14 दिनों के बाद रक्तदान कर सकता है। इसके अलावा कोरोना संक्रमितों के टीकाकरण के लिए तीन महीने की गणना अस्तपाल से छुट्टी होने के बाद से की जाएगी। वहीं वैक्सीनेशन के पहले किसी व्यक्ति के रैपिड एंटीजन टेस्ट की जरूरत नहीं है। ऐसे में अब रक्तदान कब करना चाहिए कब नहीं यह सरकार की तरफ से स्पष्ट हो गया है तो बेझिझक लोगों को महादान के लिए आगे आने की ज़रूरत है, ताकि देश को व्यापक स्तर पर रक्त की समस्या न देखनी पड़े।