
शादी के 23 दिन बाद ही उजड़ गया मांग का सिंदूर, आखिरी बार पति का चेहरा भी नहीं देख पाई दुल्हन
कोरोना वायरस का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसे रोकने के लिए कई राज्यों में लॉकडाउन लगा हुआ है। साथ ही शादी ब्याह जैसे भीड़भाड़ वाले कार्यक्रमों की भी मनाही है। जहां पर्मिशन दी जा रही है वहां भी सीमित मेहमानों के बीच शादी करने की शर्त रखी है। मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले के पचोर में एक दूल्हे को कोरोना के बीच शायद करना महंगा पड़ गया। उसकी शादी के 23 दिन बाद ही मौत हो गई।
दूल्हे का नाम अजय शर्मा है जिसकी उम्र 25 वर्ष थी। उसकी 25 अप्रैल को नरसिंहगढ़ की रहने वाली अन्नू शर्मा से शादी हुई थी। दोनों ने यह शादी कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए एक मंदिर में की थी। इस शादी में दूल्हा और दुल्हन की फैमिली भी शामिल हुई थी। शादी के चार दिन बाद ही यानि 29 अप्रैल को दूल्हा पॉजिटिव निकल गया। कोरोना की वजह से उसकी हालत बिगड़ती चली गई।
अजय के परिवारवालों ने उसे भोपाल के एक निजी हॉस्पिटल में एडमिट करवा दिया। हालांकि यहां एक सप्ताह वेंटिलेटर पर रहने के बाद भी उसकी हालत ठीक नहीं हुई। आखिर 17 मई को वह कोरोना से जंग हार गया। उसके निधन से दूल्हा और दुल्हन दोनों के परिवार में मातम छा गया। दोनों परिवार की खुशियां चांद दिनों में ही तहस-नहस हो गई।
अजय के मरने के बाद परिजनों ने उसका अंतिम संस्कार कोविड प्रोटोकॉल के अंतर्गत भोपाल के मुक्तिधाम में कर दिया। उधर जो दुल्हन 23 दिनों तक अजय की पत्नी बनी रही उसने अंतिम समय में दूल्हे का चेहरा तक नहीं देखा। दूल्हे के भाई त्रिलोक शर्मा ने रोते हुए कहा कि शादी हम सभी ने कोविड नियमों का पालन करते हुए ही की थी, लेकिन फिर भी हम संक्रमण की चपेट में आ गए। मेरा सभी से विनम्र निवेदन है कि आप अपनी लाइफ का रिस्क न लें। किसी भी भीड़ भाड़ वाले कार्यक्रम या समारोह को आयोजित न करें।
यहां एक चौकाने वाली बात ये भी है कि मध्य प्रदेश के राजगढ़ सहित कई जिलों में शादी पर प्रतिबंध है लेकिन फिर भी लोग चोरी से शादी कर रहे हैं। शादी की यह जल्दबाजी कई परिवारों को बीमार होकर या अंतिम संस्कार कर झेलनी पड़ रही है। लोग अभी भी कोरोना को हल्के में ले रहे हैं।
अजय के मरने के बाद दुल्हन का रो-रोकर बुरा हाल है। उसे क्या पता था कि जिस शख्स के साथ वह 7 जन्म साथ निभाने की कसमें कहा रही है वह महज 23 दिनों में ही उसे छोड़ चला जाएगा।