अचानक से हिलने लगी सड़क पर खड़ी एंबुलेंस,अंदर झांककर देखा तो उड़ गए लोगों के होश
उत्तर प्रदेश के वाराणसी के एक गांव के बाहर अचानक से एक एंबुलेंस आकर खड़ी हो गई। इस एंबुलेंस को देखकर गांव के लोग डर गए। उन्हें लगा की शायद किसी मरीज को लेने के लिए ये एंबुलेंस आई है। हालांकि कई समय तक एंबुलेंस वहां खड़ी रही और इसमें से कोई व्यक्ति बाहर भी नहीं निकला। वहीं कुछ देर बार ये एंबुलेंस हिलने लगी। एंबुलेंस को हिलता देख लोग हैरान हो गए। हिम्मत करके कुछ लोगों ने एंबुलेंस के अंदर झांकने की कोशिश की। एंबुलेंस के अंदर झांकने के बाद जो नजारा लोगों ने देखा, उसे देख सबके होश उड़ गए। गांव के लोगों ने फौरान पुलिस को फोन किया और गांव आने को कहा। जिसके बाद पुलिस ने मौके पर आकर एंबुलेंस को सील कर दिया। ये मामला वाराणसी के रामनगर थाना क्षेत्र के सुजाबाद का है।
क्या है पूरा मामला
बताया जा रहा है कि इस जगह पर एक सुजाबाद चौकी है। इसी चौकी के पास एक एंबुलेंस लंबे वक्त से खड़ी थी। पहले तो किसी का ध्यान इस एंबुलेंस पर नहीं गया। कुछ देर बाद लोगों को लगा कि शायद कोई मरीज आया है या किसी मरीज के लिए ही एंबुलेंस जा रही होगी। वक्त बीतता गया और रास्ते से गुजरने वाले लोगों ने देखा कि अब तो एंबुलेंस हिल रही है। जिसके बाद लोग वहां जमा हो गए और काफी देर बाद कुछ स्थानीय लोगों ने हिम्मत जुटाकर एंबुलेंस के पास जाने का निर्णय लिया।
ये लोग एंबुलेंस के पास पहुंचे और उसके अंदर झांकने की कोशिश की। अदंर झांकने पर उन्होंने कुछ लोगों को आपत्तिजनक स्थिति में देखा। जिसके बाद इन लोगों ने पुलिस को फोन कर दिया और पुलिस को इस बारे में सूचना दी गई। सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई और सबसे पहले पुलिस ने एंबुलेंस के दरवाजे खुलवाए। दरवाजे खोलने के बाद उसमें से तीन युवक और एक युवती आपत्तिजनक हालत में निकले। आसपास के लोग ये सब देखकर चौंक गए और इन चारों पर गुस्सा करने लगे। वहीं पुलिस ने एंबुलेंस को तुंरत अपने कब्जे में ले लिया और इसे सील कर दी। साथ में ही चारों को पकड़कर थाने ले आई।
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थानाध्यक्ष रामनगर वेद प्रकाश राय ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस को एंबुलेंस के हिलने की शिकायत मिली थी। जिसके बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची थी। एंबुलेंस के अंदर चार लोगों को गलत हालत में पाया गया। पुलिस ने चारों को गिरफ्तार कर लिया है और इनके खिलाफ केस दर्ज किया गया है। संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज करने के बाद इन्हें जेल भी भेज दिया गया है। जबकि एंबुलेंस पर सीलिंग कार्यवाही की गई है।
एंबुलेंस को पुलिस अपने साथ थाने ले आई है। एंबुलेंस किसी की है, ये जांच भी पुलिस ने की है। पुलिस ने अभी तक की जांच में पाया है कि एंबुलेंस मंडुआडीह के एक निजी अस्पताल की है। एंबुलेंस को लंका का एक व्यक्ति किराए पर लेकर चलाता था। वो ही मरीज़ों को लाने और ले जाने के लिए एंबुलेंस का उपयोग करता था। इन चारों आरोपियों के पास ये एंबुलेंस कैसे आई इसकी जांच की जा रही है।
गौरतलब है कि इस समय देश में कोरोना के कारण एंबुलेंस की मांग काफी बढ़ गई है और कई जगहों पर तो एंबुलेंस की कमी भी हो रही है। रोजाना कई मरीजों को एंबुलेंस के जरिए अस्पताल ले जाया जा रहा है। ऐसे में इस एंबुलेंस का प्रयोग ये लोग गलत काम के लिए कर रहे थे।