सूर्य के वृषभ राशि में गोचर से बना त्रिग्रही योग, इन तीन राशिवालों का खुलेगा भाग्य
14 मई को सूर्य का राशि परिवर्तन हुआ है और इस ग्रह ने वृषभ राशि में प्रवेश कर लिया है। सूर्य के वृषभ राशि में प्रवेश करते ही त्रिग्रही योग का निर्माण हुआ है। दरअसल सूर्य से पहले वृषभ राशि में शुक्र और बुध ग्रह मौजूद हैं। ऐसे में त्रिग्रही योग का निर्माण इस राशि में हुआ है। इस योग का शुभ असर तीन राशियों पर देखने को मिलेगा। इन तीन राशियों के जातकों का भाग्य खुल जाएगा। तो आइए जानते हैं कि ये तीन राशियां कौन सी हैं।
वृषभ राशि
सूर्य के इस गोचर से वृषभ राशि के जातकों को काफी लाभ होने वाला है। इस राशि में ही त्रिग्रही योग का निर्माण हो रहा है। ऐसे में वृषभ राशि के जातकों का भाग्य उनका खूब साथ देगा। सोचा हुआ हर कार्य पूरा हो जाएगा। जिस कार्य को ये शुरू करेंगे वो सफल ही होगा। परिवार के लोगों के साथ प्यार ओर बढ़ेगा और समाज में सम्मान भी मिलेगा। नौकरी के अच्छे अवसर प्रदान होंगे और धन लाभ का योग भी बन रहा है। तीन ग्रहों के शुभ प्रभाव के परिणामस्वरूप आने वाला समय काफी अच्छा साबित होने वाला है।
सिंह राशि
त्रिग्रही योग के निर्माण से सिंह राशि के लोगों का भाग्य भी खुल जाएगा और इस राशि के जातकों को कई नए अवसर प्रदान होंगे। त्रिग्रही योग से नौकरी में पदोन्नति भी होगी और तरक्की खूब मिलेगी। राशि से दशम भाव में गोचर कर रहे तीन ग्रहों के कारण मान-सम्मान, पद और गरिमा की वृद्धि होगी। जो काम रुके हुए हैं वो भी पूर्ण हो जाएंगे। कार्यक्षेत्र में आपको तरक्की मिलने की संभावना है।
धनु राशि
त्रिग्रही योग से धनु राशि के जातकों के करियर पर अच्छा असर देखने को मिलेगा। इस योग से धन लाभ भी होगा और मकान वाहन का सुख मिलेगा। जमीन जायदाद से जुड़े कार्य पूरे हो जाएंगे और परिवार के लोगों का सहयोग भी मिलेगा।
तो ये भी वो राशियां जिनके जातकों पर सूर्य के गोचर से शुभ असर देखने को मिलेगा। वहीं अन्य राशि के लोग नीचे बताए गए उपायों को कर लें। इन उपायों को करने से सूर्य ग्रह के अनुकूल ही फल प्रदान करेंगे।
- सूर्य देव को प्रसन्न करने के लिए रविवार को इनकी पूजा जरूर करें। साथ में अर्घ्य भी दें। अर्घ्य देने से सूर्य देव की कृपा बन जाती है। अर्घ्य के पानी में लाल रंग का फूल और चावल जरूर मिलाएं।
- सूर्य देव का पाठ करें और इनके मंत्रों का जाप भी जरूर करें। हो सके तो रविवार को सूर्य देव के लिए व्रत भी रखें।
- गरीब लोगों को वस्तुओं का दान करें।
- इस दिन पीले व लाल रंग के वस्त्र धारण करें। क्रोध करने से बचें और बड़ों का सम्मान करें।
सूर्य देव के मंत्र
- ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय नमः।
- ॐ ह्रीं ह्रीं सूर्याय सहस्रकिरणराय मनोवांछित फलम् देहि देहि स्वाहा।।
- ॐ ऐहि सूर्य सहस्त्रांशों तेजो राशे जगत्पते, अनुकंपयेमां भक्त्या, गृहाणार्घय दिवाकर:।
- ॐ ह्रीं घृणिः सूर्य आदित्यः क्लीं ॐ।
- ऊं घृणिं सूर्य्य: आदित्य:।