अंतरिक्ष में होगी खेती, उगेंगी सरसों आदि फ़सलें।
बात अंतरिक्ष पर जाने, रहने और खाने की हो तो यह सुनकर सभी का दिल रोमांचित हो उठेगा। वैसे अंतरिक्ष पर मानव के जाने का सपना तो साकार लगभग हो चुका है। लेकिन अब कुछ ऐसा करने की तैयारी अंतरिक्ष यात्रियों ने कर ली है। जिसकी बदौलत अंतरिक्ष मे खेती की जाएगी। जी हां बीते दिनों इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर मौजूद एस्ट्रोनॉट्स के लिए सब्जियों की खेप भेजी गई। जिसमें चाइनीज़ पत्ते वाले साग “पाक चोई” शामिल था। जिसे अब एस्ट्रोनॉट्स स्पेस स्टेशन पर उगाने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। अगर ऐसा सम्भव होता है तो कहीं न कहीं यह चांद और मंगल मिशन में काफ़ी सहायता प्रदान करेगा, क्योंकि ऐसे मिशन के दौरान खाद्य समस्या भी एक बड़ी मुसीबत बनती है।
गौरतलब हो कि नासा ने बीते दिनों एक तस्वीर साझा की है जिसके मुताबिक स्पेस स्टेशन पर साइंटिस्ट सब्जियां उगाने की तैयारी में है। जिसे प्रोजेक्ट “वेज” नाम दिया गया है। यहां जानकारी के लिए बता दें कि स्पेस स्टेशन में मौजूद वैज्ञानिकों के लिए धरती से सब्जियां भेजी गई थी। इन्हीं में से कुछ को अंतरिक्ष मे उगाया जाएगा। स्पेस पर उगाई जाने वाली सब्जियों को “वेज-03 के” और वेज-03 एल” नाम दिया गया है। इतना ही नहीं अंतरिक्ष मे सरसो और पाक चोई को उगाने की भी तैयारी है। “वेज-03 के” और वेज-03 एल” प्रयोग में “अमारा” सरसों और पाक चोई को भी उगाया जाएगा।
यहां हम आपको बता दें कि अमारा सरसों को “इथियोपियन काले” भी कहा जाता है। हॉपकिंस ने दोनों फसलों को स्पेस स्टेशन पर पहली बार 13 अप्रैल को लगाया था। अब ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि यह फसल 64 दिनों तक उगती रहेगी।
वहीं गौरतलब हो इससे पहले नासा के अंतरिक्ष यात्रियों ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन के कोलंबस लैबोरेटरी मॉड्यूल में “मिजुना सरसों” उगा चुके हैं। जो कि एक पत्तेदार फसल होती है। जिसका उपयोग सलाद में किया जाता है। हल्के हरे रंग की इसकी पत्तियां सरसों और धनिया से मिलती-जुलती हैं। जिसका स्वाद तीखा होता है।
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा की अंतरिक्ष यात्री जेसिका मीर और क्रिस्टीना कोच ने मिजुना सरसों को उगाने में सफलता प्राप्त की थी। इतना ही नहीं बीते वर्ष ही नासा की एस्ट्रोनॉट केट रुबिन्स ने अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन पर मूली उगाने में सफलता प्राप्त की थी। उसी दिशा में आगे बढ़ते हुए अब अंतरिक्ष स्टेशन पर सब्जियां उगाने की तैयारी बड़े पैमाने पर दिख रही है। ऐसे में इस बार अगर सब्जियां उगाने में एस्ट्रोनॉट्स कामयाब हो जाते हैं तो अंतरिक्ष में खेती करने की संभावना प्रबल हो जाएगी।