अमेरिका ने कहा पाकिस्तान में पल रहे आतंकवादी संगठन कर सकते हैं भारत पर हमला!
यह बात किसी से छिपी नहीं है कि पाकिस्तान आतंक का गढ़ है। पाकिस्तानी सेना आतंकियों को संरक्षण देने का काम करती है। वहीं आतंकी खुद पाकिस्तान के साथ-साथ भारत, अफगानिस्तान और विश्व के अन्य देशों में आतंक फैलाने का काम कर रहे हैं। पाकिस्तानी सेना अपने ऐसे नापाक कामों की वजह से पूरी दुनिया में बदनाम है।
अभी हाल ही में एक अमेरिकी खुफिया अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तान में पलने वाले आतंकी भारत और अफगानिस्तान पर हमला कर सकते हैं। आतंकी हमले की योजना बना रहे हैं, और जल्द ही वह इसे अंजाम भी देने की तैयारी में हैं। नेशनल इंटेलिजेंस के निदेशक डेनियल कोट्स ने विश्वव्यापक खतरों की सुनवाई के दौरान कहा कि इस्लामाबाद आतंकियों और पाकिस्तान में आतंकवाद को रोकने में पूरी तरह नाकाम रहा है।
अफगानिस्तान लड़ता रहेगा आतंकवाद के खिलाफ:
दक्षिण एशिया के खुफिया समुदाय ने आकलन किया है कि संयुक्त राष्ट्र और उनके अन्य सहयोगियों की सैन्य सहायता के बाद भी 2018 अफगानिस्तान में राजनीतिक और सुरक्षा की स्थिति खराब ही रहेगी। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान आतंकवाद के खिलाफ और तालिबान के साथ शांति समझौता होने तक लड़ता रहेगा।
ग्रामीण इलाकों में ज्यादा सक्रिय रहेगा तालिबान:
कोट्स ने आगे कहा कि हमने यह आकलन किया है कि इसी दौरान तालिबान अपनी पकड़ को और मजबूत बनाने के लिए प्रयास जारी रखेगा। खासतौर पर ग्रामीण इलाकों में तालिबान ज्यादा सक्रिय रहेगा। अफगानिस्तान के सुरक्षा बलों की स्थिति सेना की वापसी, संघर्ष में मारे गए लोगों और तालिबान के अभियान की वजह से खराब हो सकती है।
भारत का बढ़ता प्रभाव है पाकिस्तान की चिंता का कारण :
कोट्स ने कहा कि पाकिस्तान इस बात से काफी चिंतित है कि उसे अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अलग थलग किया जा चुका है। साथ ही पाकिस्तान की चिंता का कारण भारत और अमेरिका के बढ़ते सम्बन्ध, विदेशों में भारत की बढ़ती पहुंच और अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की बढ़ती प्रतिष्ठा है। पाकिस्तान खुद को अलग-थलग होने से बचाने के लिए चीन का दमन थाम सकता है। इससे बीजिंग को हिन्द महासागर में अपना प्रभाव बढ़ाने में मदद मिलेगी।