चौंक जाएंगे इसका वजन जानकर, ये है दुनिया की सबसे बड़ा और पुराना अनाज़
जी हाँ यह कहानी है गेहूं के एक दाने की, जिसका वजन दो सौ ग्राम और अंदाज़न उम्र पाँच हज़ार साल है। जी हां, यह बिलकुल सच है। इससे रूबरू होने के लिए आपको जाना होगा ममलेश्वर महादेव मंदिर जो हिमाचल प्रदेश की करसोगा घाटी के ममेल गांव में है।
माना जाता है कि महाभारत काल का केवल एक ही पात्र आज जीवित है। लेकिन यह सच नहीं। काल के कपाल में एक ऐसा चरित्र भी है, जो तब पाण्डवों के साथ था और आज आपके साथ भी है।
पहाड़ी क्षेत्र हिमाचल प्रदेश का ममलेश्वर महादेव मंदिर यूं तो भगवान शिव और देवी पार्वती को समर्पित है। लेकिन इस मंदिर का संबंध पांडवों से भी है। पांडवों ने अज्ञातवास का कुछ समय इसी गांव में बिताया था।
लोगो की मान्यता है कि यह 200 ग्राम का गेहूं दाना पांडवों का है। यह गेहूं दाना पुजारी के पास रहता है। यदि आप मंदिर जाएं और आपको यह देखना हो तो इसके लिए पुजारी से कहना पड़ेगा। पुरातत्व विभाग भी इसकी आयु की कार्बन डेटिंग मेथड से पुष्टि कर चुका है।