अब एंड्रॉयड यूजर्स का डाटा मनमर्जी से ट्रैक नहीं कर पाएंगे ऐप्स
स्मार्ट फ़ोन यूज़र्स को मिलेगी जानकारी कि कौन सा एप्प इकट्ठा कर रहा उनकी जानकारी
डाटा सुरक्षा की बात अब आम हो चली है। हर तरफ से यह मांग उठती है कि उनके डाटा को सुरक्षित रखा जाए, ताकि किसी अन्य के द्वारा उसका बेजा इस्तेमाल ना हो सके। बीते फरवरी महीने की ही बात कर लीजिए। जब व्हाट्सएप ने एकाएक अपनी प्राइवेसी पॉलिसी में बदलाव का ऐलान किया। उस दौरान लाखों की संख्या में व्हाट्सएप यूज़र्स आश्चर्यचकित हो उठे, कि कहीं उनके व्यक्तिगत डाटा का बेजा इस्तेमाल तो नहीं किया जाएगा? उस दौरान लाखों की संख्या में व्हाट्सएप यूजर अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की तरफ़ रुख़ कर गए।
आज हर व्यक्ति के हथेली में एंड्रॉयड फ़ोन तो होता है, लेकिन सभी के पास इतनी समझ और समय तो नहीं। जिससे वह किसी भी एप्प की टर्म्स एन्ड कंडिशन पढ़ें या समझ सकें। ऐसे में डाटा सुरक्षा का मुद्दा अहम हो जाता है। अब स्मार्ट फोन यूज़र्स के लिए एक खुशखबरी है। गूगल जल्द ही एक ऐसे सिक्योरिटी फ़ीचर को लांच करने जा रहा जिससे यूज़र्स आसानी से यह जान पाएंगे कि कौन सा एप्प यूजर का कौन सा डाटा इकट्ठा कर रहा है।
जी हाँ एप्पल ने हाल ही में अपने यूज़र्स के लिए आईओएस 14.5 को अपडेट किया है। जिसमें कई ऐसे क़माल के सिक्योरिटी फ़ीचर दिए गए हैं। जिससे यूज़र्स आसानी से यह जान सकते हैं, कि कोई एप्प यूज़र्स का कौन सा डाटा ले रहा है। इतना ही नहीं यूजर एप्प को डाटा ट्रैक करने से भी रोक पाएंगे। इसी को देखते हुए अब गूगल ने भी मन बना लिया है कि ऐसा नया फ़ीचर जोड़ा जाएं, जिससे यूज़र्स यह जान सकें कि उनके स्मार्ट फोन का कौन सा एप्प उनके किस डाटा को इस्तेमाल या इकट्ठा कर रहा है। जानकारी के लिए आपको बता दें गूगल अपनी इस सेवा को 2022 की दूसरी तिमाही में लांच कर सकता है। ऐसे में तब तक यूज़र्स को स्वयं यह निगरानी रखनी होगी कि कौन सा एप्प उनके लिए सही अथवा नहीं?
गौरतलब हो गूगल नए एप्प सबमिशन और एप्प अपडेट डेवलपर्स को यह जनाकारी शामिल करने के लिए कहेगा कि वह किस तरह के डाटा एप्प इकट्ठा करते हैं, यह कैसे स्टोर किया जाता और इसका उपयोग कैसे किया जाता है।
व्यक्तिगत जानकारी इकट्ठा करने पर देनी होगी सूचना
गूगल डेवलपर्स से यह पूछेगा कि किस प्रकार का डाटा एकत्र किया गया है, जिसमें यूजर्स का सटीक पता, कॉन्टैक्ट, व्यक्तिगत जानकारी जैसे- नाम, ईमेल, पता, फोटो और वीडियो, ऑडियो फाइलें और भंडारण फाइल आदि शामिल हैं। इसके अलावा कंपनी इस बात की भी जानकारी लेगी कि इस डाटा को किस तरह से स्टोर कर रही। इसके साथ डेवलपर्स से यह भी पूछेगी कि डाटा का उपयोग कैसे किया जाता है, जिसमें एप्प कार्यक्षमता और निजीकरण जैसी चीजें भी शामिल है।
एंड्रॉएड सिक्योरिटी एंड प्राइवेसी में उत्पाद मामलों के उपाध्यक्ष सुजान फ्रेइ ने एक बयान में कहा है, कि “स्क्रीनशॉट और डिस्क्रिप्शन जैसे डाटा डिटेल्स के समान डेवलपर्स अपने सेक्शन में बताई गई जानकारी के लिए जिम्मेदार होते हैं। गूगल प्ले एक पॉलिसी पेश करेगा, जिसके लिए डेवलपर्स को सटीक जानकारी प्रदान करनी होगी।
नियम का पालन न करने पर एप्प पर होगी कार्रवाई
इतना ही नहीं उन्होंने कहा, अगर हमें पता चलता है कि एक डेवलपर ने उनके द्वारा प्रदान किए गए डाटा को गलत तरीके से प्रस्तुत किया है और नीति का उल्लंघन किया जा रहा है, तो हमें इसे ठीक करने के लिए डेवलपर की आवश्यकता होगी। जो एप्लिकेशन अनुपालन नहीं करेंगे, वे नीति प्रवर्तन (पॉलिसी इन्फॉर्समेंट) के अधीन होंगे। गूगल ने कहा कि वह इस बात को उजागर करने के लिए नए तत्वों को पेश करेगा कि क्या एप्प में डाटा एन्क्रिप्शन जैसी सुरक्षा प्रथाएं हैं। कंपनी ने यह भी कहा कि गूगल प्ले पर सभी ऐप्स, जिनमें गूगल के स्वयं के ऐप्स भी शामिल हैं, उन्हें इस जानकारी को साझा करना और गोपनीयता नीति प्रदान करना आवश्यक होगा। गूगल ने आगे कहा कि भविष्य में, हम यूजर्स के लिए नियंत्रण को आसान बनाने और डेवलपर्स के लिए अधिक काम को स्वचालित करने के लिए नए तरीके प्रदान करते रहेंगे।
ऐसे में आने वाले समय में स्मार्टफोन यूजर्स की उस समस्या का समाधान मिल सकता, जिसको लेकर यूज़र्स सबसे ज़्यादा परेशान रहते। कुल मिलाकर करिए 2022 की दूसरी तिमाही का इंतजार फ़िर आप निश्चिंत होकर कोई भी एप्प डाउनलोड और चला सकते। बिना किसी भय और डाटा के दुरुपयोग के।