ममता बनर्जी की बौखलाहट: कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट के बिना नहीं होगी केंद्रीय मंत्रियों की एंट्री
पश्चिम बंगाल (West Bengal) में कुछ समय पहले ही विधानसभा चुनाव समाप्त हुए हैं। ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) एक बार फिर सीएम बन गई है। तीसरी बार मुख्यमंत्री का पद संभालते ही वे एक्शन में आ गई हैं। देश के सभी राज्यों की तरह पश्चिम बंगाल में भी कोरोना अपना कहर बरसा रहा है। ऐसे में इस महामारी को कंट्रोल करने के लिए उन्होंने कुछ सख्त कदम उठाए हैं। उन्होंने ऐलान किया है कि राज्य में बिना COVID-19 नेगेटिव रिपोर्ट के किसी को भी एंट्री नहीं दी जाएगी। फिर वह शख्स केंद्रीय मंत्री ही क्यों न हो।
ममता बनर्जी ने अपनी घोषणा में कहा कि आमजन के साथ साथ यदि कोई केंद्रीय मंत्री (Central Ministers) भी पश्चिम बंगाल आता है तो उसे अपने कोरोना नेगेटिव (Corona Negative) होने का सबूत देना होगा। इसके अलावा मंत्रियों समेत यदि कोई शख्स राज्य के बाहर से आता है तो उसके पास भी अपनी टेस्ट रिपोर्ट का होना अनिवार्य है। उन्होंने आगे कहा हम उन लोगों की कोरोना रिपोर्ट की जांच भी करेंगे जो विशेष विमान से राज्य में एंट्री ले रहे हैं। कानून किसी के साथ भी भेदभाव नहीं करेगा।
इतना ही नहीं मुख्यमंत्री ने ये भी कहा कि ‘यदि बाहरी राज्य का कोई शख्स अपनी कोरोना रिपोर्ट के साथ नहीं आता है तो हम पहले उसकी कोरोना जांच करेंगे। यदि वह पॉजिटिव पाया जाता है तो उसे क्वारंटाइन सेंटर या होटल भेज दिया जाएगा। इस Quarantine का खर्चा भी उस शख्स को ही उठाना होगा।’ बताते चलें कि इसके पूर्व बुधवार को ही राज्य सरकार ने नई गाइडलाइंस जारी करते हुए बताया था कि पश्चिम बंगाल में यदि कोई विमान, लंबी दूरी की ट्रेन या बस से आता है तो उसे पहले अपनी निगेटिव कोरोना रिपोर्ट दिखानी पड़ेगी।
यहां गौर करने वाली बात ये है कि ममता बनर्जी का केंद्रीय मंत्रियों के संबंध में ये ऐलान ऐसे समय पर आया है जब पश्चिम बंगाल में हो रही हिंसा के चलते कई बड़े भाजपा नेता और मंत्री दिल्ली से बंगाल आ रहे हैं। जैसा कि आप सभी जानते हैं विधानसभा के चुनाव आने के बाद से ही पश्चिम बंगाल में हिंसा का दौर जारी है।
इस हिंसा को लेकर भाजपा ने आरोप मड़ा है कि वह टीएमसी समर्थक ही हैं जो हमारे कार्यकर्ताओं को टारगेट कर रहे हैं। हाल ही में पश्चिमी मिदनापुर स्थित केंद्रीय मंत्री वी. मुरलीधरन के काफिले पर भी अटैक हुआ था। वहीं दूसरी तरफ ममता बनर्जी का कहना है कि ये हमारी पार्टी के खिलाफ साजिश है।