कोरोना का डर: बूढ़ी मां को कमरे में कैद कर भाग गए बेटे-बहू, लेकिन जब दरवाज़ा खुला तो नज़ारा ..
कोरोना वायरस की दूसरी लहर देशभर में अपना कहर बरसा रही है। इस वायरस का खौफ लोगों में इस कदर भरा गया है कि किसी भी हाल में इससे बचना चाहते हैं। लेकिन आगरा में रहने वाले एक पति पत्नी ने तो हद ही कर दी। वे अपनी बूढ़ी मां को कमरे में लॉक कर भाग गए। उन्हें डर था कि कहीं बुजुर्ग होने की वजह से महिला को कोरोना न हो जाए। इसके बाद ये वायरस उन्हें भी अपनी चपेट में ले सकता है।
जानकारी के अनुसार ये पूरा मामला आगरा के कमला नगर कोठी नंबर 192 का है। यहां रहने वाले पति पत्नी पर आरोप है कि वे अपनी मां को कमरे में कैद कर, ताला लगा वहां से भाग गए। वो तो बाद में बूढ़ी मां ने किसी तरह ये बात अपने नातिन को बताई। इसके बाद वह पुलिस को लेकर अपनी नानी को बचाने आया। पुलिस ने ताला तोड़ने की कोशिश की लेकिन वह टूट नहीं सका। इसके बाद महिला को दूसरे दरवाजे को तोड़कर बाहर निकाला गया। इस तरह उसकी जान बच सकी।
यह पूरा मामला अपने आप में काफी हैरान करने वाला है। पुलिस इस पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है। इसके बाद ही मामले की सच्चाई पता लग पाएगी। उधर सोशल मीडिया पर जब लोगों को ये खबर पता चली तो वे बेटे बहू की निंदा करने लगे। जिस मां ने उसे पाल पोषकर बड़ा किया बेटा उसी को कमरे में बंद कर मरने छोड़ गया। ये बहुत ही गलत बात है। कोरोना काल में कई ऐसे मामले भी देखने को मिल रहे हैं जहां लोग अपनी प्रियजनों की जान बचाने के लिए अपनी ज़िंदगी खतरे में डाल रहे हैं। लेकिन इस केस में तो सबकुछ उल्टा ही हुआ।
अभी हाल ही में राजस्थान के कोटा में इसका ठीक उल्टा मामला देखने को मिला था। यहां 75 साल के हीरालाल बैरवा और उनकी 70 साल की पत्नी शांतिबाई को कोरोना हो गया था। ऐसे में उन्होंने अपने 18 साल के पोते और बहू की जान बचाने के लिए ट्रेन के आगे कूद अपनी जान दे दी थी। उन्हें डर था कि उनकी वजह से उनकी बहू और पोते कोरोना संक्रमित न हो जाए।
वैसे इस पूरे मामले पर आपकी क्या राय है हमे कमेंट कर जरूर बताएं। हमारी आप सभी से विनती है कि मुश्किल गाड़ी में अपनों का साथ न छोड़ें। बल्कि उनका हौसला बढ़ाएं और उनकी हर संभव कोशिश करें। कोरोना को हम सभी को मिलकर हराना होगा।