पीपल, सोंठ और काली मिर्च को मिलाकर बनाएं आयुर्वेदिक काढ़ा, कोरोना से करेगा आपकी रक्षा
हमारी प्रतिरोधक क्षमता का मजबूत होना बेहद जरूरी होता है। प्रतिरोधक क्षमता के मजबूत होने से कई तरह के रोगों से रक्षा होती है और कोरोना वायरस होने की संभावना भी कम हो जाती है। प्रतिरोधक क्षमता मजबूत रहे, इसके लिए काढ़ा बेहद ही गुणकारी साबित होता है। काढ़ा पीने से सर्दी, खांसी व गले में दर्द आसानी से नहीं होते हैं। साथ ही कोरोना वायरस से भी काढ़ा बचाव करता है। इसलिए आप अपनी डाइट में काढ़ा जरूर शामिल करें और रोज आधा कप काढ़े का पीया करें।
काढ़े को आसानी से घर में बनाया जा सकता है। इसे बनाना बेहद ही सरल है। काढ़ा बनाने के लिए पीपल, सोंठ, कालीमिर्च, तुलसी के पत्ते और 1 लीटर पानी की जरूरत होती है।
कैसे बनाएं काढ़ा
पीपल, सोंठ और कालीमिर्च को समान मात्रा लें। इन्हें कूटकर पाउडर तैयार कर लें। इसमें 3-4 तुलसी के पत्ते डाल दें। अब एक लीटर पानी को बर्तन में डाल दें। इस पानी को उबालने के लिए गैस पर रख दें और ये सभी चीजें इसके अंदर डाल दें। जब पानी आधा रह जाए तो गैस को बंद कर दें। गर्म-गर्म काढ़े का सेवन करें। काढ़ा दिन में 3 से 4 बार पिएं।
पीपल, सोंठ और कालीमिर्च में मौजूदा गुण –
पीपल की छाल व पत्तों का प्रयोग आयुर्वेद दवा को बनाने में किया जाता है। पीपल में एंटीमाइक्रोबियल होते हैं, जो हमारे शरीर के अंदर जाकर माइक्रोब्स को बढ़ाने से रोकते हैं।
काली मिर्च स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होती है। काली मिर्च में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो हमारे इम्यून सिस्टम को बढ़ाने में मदद करते हैं। ये हाई एंटीऑक्सीडेंट का एक अच्छा स्रोत है। इसे खाने से गले में खराश की समस्या, गले में दर्द, टॉन्सिल्स जैसी समस्या से निजात मिल जाती है।इसलिए काढ़े में काली मिर्च का इस्तेमाल किया जाता है।
अदरक को अच्छी तरह से सुखाने पर सोंठ बन जाता है। सोंठ में भी एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। इसकी मदद से जुकाम, खांसी और गले की दर्द को दूर किया जाता है।
तुलसी एक औषधि पौधा है और तुलसी के पत्तों को चबाने से अनगिनत लाभ जुड़े हुए हैं। तुलसी खाने से बैक्टीरियां व वायरस से रक्षा होती है। साथ में ही शरीर अंदर से मजबूत भी बनता है।
काढ़ा पीने के अलावा हल्के गर्म पानी में दालचीनी को डालकर रखें और इस पानी को दिनभर पीते रहें। ये पानी पीने से गले के दर्द से निजात मिल जाएगी और गला एकदम सही हो जाएगा। वहीं रात के समय हल्दी वाला दूध पीना भी गुणकारी साबित होता है। हल्दी का दूध पीने से फेफड़ों की रक्षा वायरस से होती है। कोरोना वायरस फेफड़ों पर ही बुरा प्रभाव डालता है। इसलिए आप रोज काढ़े के अलावा रात को सोने से पहले हल्दी वाला दूध पिया करें।
हल्दी का दूध तैयार करना बेहद ही आसान है। आप आधा चम्मच हल्दी को गर्म दूध में मिला दें। इसमें चीनी का प्रयोग न करें। ये दूध रोज रात को सोने से पहले पीएं।