रोज़ाना 1000 टन से अधिक मेडिकल-ग्रेड ऑक्सीजन का प्रोडक्शन कर देश की मदद कर रहे मुकेश अंबानी
देश में कोरोना वायरस(Corona Virus) की दूसरी लहर सुनामी बनकर प्रलय मचा रही है. पिछले कई दिनों से देश में हालात काफी ख़राब हो चुके है. केंद्र सरकार और राज्य सरकार चाह कर भी कोरोना को कण्ट्रोल नहीं कर पा रही है. इसी बीच अस्पतालों की हालात भी बेहद ही बुरी है. लोग अस्पतालों के बाहर लाइन लगा कर खड़े है. कुछ दम तोड़ रहे है. लोगो को न बेड मिल रहा है न ही ऑक्सीजन मिल रही है. लोग अस्पतालों में भी खुद का ही ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर जा रहे है. इसके ऊपर से दोहरी मार ये कि बाजार में रेमडेसिविर जैसे इंजेक्शन की कालाबाज़ारी भी बहुत हो रही है.
देश में सोमवार को पहली बार रिकॉर्ड चार लाख से अधिक नए कोरोना मरीज मिले हैं और 3523 से अधिक लोगों की जान चली गई है. दिल्ली, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र समेत कई राज्यों में ऑक्सीजन की जबरदस्त किल्लत साने आ रही है. ऐसे में देश के सबसे बड़े कारोबारी सबसे अमीर बिजनेसमैन मुकेश अंबानी(Mukesh Ambani) की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड(Relaince Industries Limited) ने देश के लिए मदद का हाथ आगे बढ़ाया है.
कंपनी ने कोरोना पीड़ियों तक राहत पहुंचाने के लिए रियालंस की तरफ से मिशन ऑक्सीजन को शुरु किया गया है. इसके साथ ही रिलायंस ने ऑक्सीजन की सप्लाई चेन को पुख्ता करने के लिए सऊदी अरब, जर्मनी, बेल्जियम, नीदरलैंड और थाईलैंड से 24 ऑक्सीजन टैंकर्स एयरलिफ्ट कराये है. इसके साथ ही इस कदम से देश में लिक्विड ऑक्सीजन की कुल क्षमता अब 500 MT से ज्यादा की हो गई है. इसके साथ ही इन ऑक्सीजन टैंकर्स को एयरलिफ्ट करने में भारतीय वायुसेना का भी भरपूर साथ मिल रहा है. इसके अलावा रिलायंस के पार्टनर्स सऊदी अरामको और बीपी ने भी ऑक्सीजन टैंकर्स खरीदने में मदद की है.
इसके साथ ही अम्बानी की कंपनी रिलायंस ने भारतीय वायुसेना और सहयोगी कंपनियों का आभार व्यक्त किया है. आपको बता दें कि इस मिशन ऑक्सीजन के ऊपर खुद मुकेश अम्बानी नज़रे बनाये बैठे है. अपनी इस पहल पर बात करते हुए रिलायंस के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने बताया कि, जब हमारा देश कोरोना जैसी महामारी का सामना कर रहा है तो मेरे लिए और कंपनी के लिए देश और जीवन बचाने से ज्यादा महत्वपूर्ण कुछ भी नहीं है. आज देश में मेडिकल ग्रेड ऑक्सीजन के उत्पादन और परिवहन क्षमताओं को बढ़ाने की काफी जरुरत है. इसके साथ ही उन्होंने कहा, मुझे जामनगर के अपने इंजीनियरों पर काफी गर्व है. उन लोगों ने इस चुनौती को पूरा करने के लिए काफी परिश्रम किया है.
आपको बता दें कि देश के सबसे बड़े व्यापारी मुकेश अंबानी की जामनगर तेल रिफाइनरी में भी रोज़ाना लगभग 1000 टन से अधिक मेडिकल-ग्रेड ऑक्सीजन का प्रोडक्शन किया जा रहा है. गौरतलब है कि ये ऑक्सीजन कोविड-19 से बुरी तरह प्रभावित राज्यों को मुफ्त में रिलायंस की और से दी जा रही है. जिस तरह से इस संकट की घड़ी में रिलायंस सामने आया है यह देश के लिए वाकई गर्व की बात है. साथ ही उन राजनीतिक पार्टियों के मुँह पे तमाचा है जो रिलायंस की इससे पहले बुराई करते थे.