दिल्ली में 10 मई तक बढ़ा लॉकडाउन, 15 दिनों से रोजाना आ रहे हैं 20 हजार से अधिक मामले
title- दिल्ली में बढ़ाई गई लॉकडाउन की अवधि, अब 10 मई तक जारी रहेगी पाबंदी
दिल्ली सरकार ने राजधानी में बढ़ते कोरोना के मामलों को देखते हुए लॉकडाउन एक हफ्ते के लिए और बढ़ा दिया है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को इस बात की घोषणा की और कहा कि कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए अभी लॉकडाउन जारी रहेगा और इसे एक हफ्ते तक ओर बढ़ा दिया गया है।
आपको बता दें कि दिल्ली में 3 मई की सुबह 5 बजे तक लॉकडाउन लगाया गया था। जिसे अब बढ़ाकर 10 मई की सुबह 5 बजे तक कर दिया गया है। शुक्रवार को दिल्ली में 27,047 कोरोना के नए केस सामने आए हैं। जबकि इस अवधि में 375 मरीजों की संक्रमण से मौत हुई है। 24 घंटों में 25,288 लोग ठीक भी हुए हैं। कोरोना से दिल्ली के हालात बेहद ही खराब होते जा रहे हैं और अस्पतालों में लोगों को भर्ती करने की जगह तक नहीं बची है।
अभी तक दिल्ली में 11 लाख 49 हजार लोग इस संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं। इनमें 10 लाख 33 हजार लोग ठीक हो चुके हैं। जबकि 16,147 मरीजों की मौत हो चुकी है। 99,361 का इलाज चल रहा है। राजधानी में पिछले 15 दिनों से 20 हजार से ज्यादा कोरोना केस सामने आ रहे हैं। जिसके साथ ही पॉजिटिविटी रेट 32 पहुंच गई है।
हाईकोर्ट ने दिल्ली सरकार को लगाई फटकार
दिल्ली के अस्पतालों में ऑक्सीजन सप्लाई, बेड और दवाओं की कमी को लेकर दिल्ली हाईकोर्ट ने दिल्ली सरकार को फटकार लगाई है। कोर्ट से दिल्ली सरकार ने कहा था कि राजधानी में बेडों की संख्या 15 हजार तक बढ़ाई जा रही है, लेकिन हमारे पास इन बेड्स के लिए ऑक्सीजन नहीं है। इस पर कोर्ट ने सवाल किया कि दिल्ली सरकार ने अब तक सेना की मदद क्यों नहीं ली। कोर्ट ने कहा कि अगर आप सेना से मदद लेंगे, तो अपने लेवल पर काम करेंगे। उनका अपना खुद का इंफ्रास्ट्रक्चर भी होगा।
देश में आए चार लाख से अधिक केस
24 घंटे में पूरे देश में 4 लाख से अधिक कोरोना के केस सामने आए हैं। जो कि अब तक के सबसे सर्वाधिक केस हैं। केंद्र सरकार के अनुसार बीते 24 घंटे में कुल नए केस 4.01 लाख आए हैं। इस अविध में 3,521 लोगों की मौत हुई है। जबकि 2.98 लाख लोग सही हुए हैं। कोरोना वायरस से अभी तक देश की 1.91 करोड़ जनता ग्रस्त हो चुकी है। जबकि 1.56 करोड़ लोगों ने इस वायरस को मात दी है। देश में कोरोना से मरने वाला का आंकड़ा 2.11 लाख है। 32.64 लाख लोगों का अभी भी इलाज चल रहा है।