इन वजहों से आप की शादी में होती है देरी, जानें आपको किस आयु में मिलेगा जीवन साथी
कई लोगों की शादी होने में काफी समय लग जाता है और शादी होने की सही उम्र निकल जाती है। शादी के लिए 23 से 26 साल की उम्र सबसे उत्तम मानी जाती है। लेकिन कुछ लोगों का विवाह देरी से होता है और उम्र 30 के पार भी चली जाती है। शास्त्रों में कुछ कारण बताए गए हैं। जिनकी वजह से शादी देर से होती है। ये कारण इस प्रकार हैं।
कुंडली का सातवां घर शादी से जुड़ा माना जाता है और इस घर में कौन सा ग्रह विराजमान होता है। उसके आधार पर ये पता लगाया जा सकता है कि शादी किस उम्र में होने वाली है। माना जाता है कि अगर सातवें घर में शुक्र, बुध, गुरु और चंद्र में से कोई एक ग्रह बैठा हो। तो शादी होने में किसी भी प्रकार की रुकावट नहीं आती है और आसानी से जीवन साथी मिल जाता है। ये सब शुभ ग्रह होते हैं और सातवें घर में इनका होना शुभ फल प्रदान करता है।
वहीं जिन लोगों का विवाह होने में देरी हो रही है। उनके सातवें घर में अशुभ ग्रह यानी राहु, मंगल, शनि, सूर्य विराजमान होते हैं। ये ग्रह शादी होने में बांधा पैदा करते हैं और इनका सातवें घर में होना शादी या दाम्पत्य जीवन के लिए शुभ नहीं होता है।
20 से 25 वर्ष की उम्र में शादी
जब बुध सातवें घर में हो, तब शादी 20 से 25 की उम्र में हो जाती है। दरअसल ये ग्रह शीघ ही शादी करवा देता है। सातवें घर में इनके होने पर शादी जल्दी होने का योग होता है। यदि बुध पर किसी अन्य ग्रह का प्रभाव न हो। तो बीस वर्ष की उम्र में शादी हो जाती है।
बुध यदि सातवें घर में हो और सूर्य भी एक स्थान पीछे या आगे हो या बुध के साथ सूर्य विराजमान हो, तो शादी होने में दो साल का विलम्ब अवश्य होता है और 22 साल की आयु में शादी का योग बनता है। सूर्य के अंश क्षीण हों तो शादी केवल 20 से 21 वर्ष की उम्र में हो जाती है।
25 से 27 की उम्र में शादी
शुक्र, गुरु या चंद्र अगर कुंडली के सातवें घर में होते हैं। तो विवाह 24- 25 की उम्र में हो जाता है। गुरु सातवें घर में हो तो शादी पच्चीस की उम्र में होती है। गुरु पर अगर सूर्य या मंगल का प्रभाव हो तो भी शादी 25 साल की आयु में हो जाती है। इसी प्रकार से राहु या शनि का प्रभाव हो तो 27 साल की उम्र में शादी होती है।
शुक्र पर शनि का प्रभाव होने पर 26 साल की उम्र में शादी होती है। यदि राहु का प्रभाव शुक्र पर हो तो शादी में दो साल का विलंब होता है। चंद्र सातवें घर में हो और चंद्र पर मंगल, सूर्य में से किसी एक का प्रभाव हो। तो विवाह 26 साल की उम्र में होता है। शनि का प्रभाव मंगल पर होने पर शादी में तीन साल का विलंब होता है। राहु का प्रभाव होने पर काफी विघ्नों के बाद शादी होती है।
28 से 32 वर्ष की उम्र में शादी
मंगल, राहु, केतु में से अगर कोई ग्रह सातवें घर में होता है। तो शादी में काफी देर होती है। मंगल के सातवें घर में होने से विवाह 27 वर्ष की उम्र से पहले नहीं हो पता है। अगर राहु सातवें घर में विराजमान होता है। तो भी विवाह होने में काफी परेशानी आती है। सातवें घर में शनि के होने पर भी विवाह अधिक आयु में ही होता है और शादी तीस वर्ष की उम्र के बाद ही होती है।
32 से 40 वर्ष की उम्र में शादी
अशुभ ग्रहों का प्रभाव अगर सातवें घर पर अधिक होता है। तो विवाह देरी से ही होता है। जब किसी जातक की कुंडली में शनि, मंगल, शनि राहु, मंगल राहु या शनि सूर्य या सूर्य मंगल, सूर्य राहु एक साथ सातवें या आठवें घर में हों। तो विवाह में होने में अधिक समय लग जाता है और शादी जल्दी होने की कोई संभावना नहीं होती। ऐसा लोगों का विवाह 32 आयु के बाद ही होता है।