घर की क्लेश से निजात पाने के लिए कर दें ये सरल उपाय, फिर हमेशा रहेगा लक्ष्मी का वास
जिन लोगों के घरों में अक्सर क्लेश रहता है और परिवार के सदस्यों के बीच झगड़े होते रहते हैं। वो लोग घर में शांति बनाए रखने के लिए नीचे बताए गए उपायों को कर दें। दरअसल घर में कलह-क्लेश होने से परिवार के सदस्यों का जीवन दुखों से भरा रहता है। ऐसे घरों में मां लक्ष्मी का वास नहीं हो पाता है। घर में गरीबी छाई रहती है और लाख मेहनत के बाद भी परिवार के सदस्यों को सफलता नहीं मिलती है। इसलिए बार-बार घर में लड़ाई व झगड़े होने पर इन्हें नजरअंदाज न करें और नीचे बताए गए उपायों को कर दें। इन उपायों को करने से घर की कलह सदा के लिए खत्म हो जाएगी और परिवार में शांति बन जाएगी। इतना ही नहीं परिवार के सदस्यों के बीच प्यार बढ़ जाएगा।
घर की क्लेश दूर करने के उपाय
घर की क्लेश से निजात पाने के लिए एक पीतल का बर्तन लेकर उसमें कपूर डाल दें। फिर इस कपूर पर थोड़ा से गाय का घी डाल दें। इस पीतल के बर्तन को घर के एक कोने में रख दें। ये उपाय करने से घर में क्लेश नहीं होता है और घर में शांति आ जाती है।
अक्सर लड़ाई रहने पर घर में नकारात्मकता बन जाती है। घर की नकारात्मकता दूर करने के लिए सप्ताह के किसी एक दिन कपूर जलाकर उसका धुंआ घर में दें। ऐसे करने से गृह क्लेश नहीं होगी और घर में शांति बनी रहती है।
मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा करें और इनके सामने पंचमुखी दीपक जला दें। फिर हनुमान चालीसा का पाठ करें। ऐसा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा और घर में सुख-शांति बनीं रहेगी।
घर की कलह को दूर करने के लिए चुटकी भर केसर को पानी में मिलाकर स्नान करें। रोज इस पानी से स्नान करने के बाद पूजा पाठ करें। फिर माथे पर केसर का तिलक लगाएं। हो सके तो केसर वाला दूध भी पीएं और घर के अन्य सदस्यों को भी ये दूध पिलाएं। ये दूध पीने से घर में शांति आती है।
घर में पोछा लगाने वाले पानी में थोड़ा सा नमक मिला दें। इस पानी से पूरे घर में पोछा लगाएं। ये उपाय करने से घर में फैली नकारात्मकता खत्म हो जाती है।
कई बार वास्तु दोष होने पर भी घर में क्लेश होने लग जाता है और बिना बात के परिवार के सदस्य आपस में लड़ते रहते हैं। घर में वास्तु दोष होने पर एक हफ्ते तक रोज सुबह उठकर गंगा जल का छिड़काव घर के हर कोने में करें। ये उपाय करते ही वास्तु दोष एकदम खत्म हो जाएगा। इसके अलावा सुख-शांति के लिए महीने में एक बार सत्यनारायण की कथा घर में करवाएं।