इतना आसान नहीं था असली मगरमच्छ से दारा सिंह को लड़वाना, लक्ष्मण ने बताया लड़ाई का पूरा किस्सा
देश में एक बार से लॉक डाउन लगने के साथ ही सभी टीवी सीरियल की शूटिंग रुक गई है. इसके साथ ही एक बार फिर उम्मीद है कि सरकार एक बार फिर से रामायण शुरू करने जा रही है. 80 के दशक का रामानंद सागर (Ramanand Sagar) का ये शो आज भी लोगो को याद है. आज हम आपको रामायण से जुड़ा एक दिलचस्प किस्सा बताने जा रहे है. रामायण सीरियल में हनुमान का किरदार दारा सिंह (Dara Singh) द्वारा निभाया गया था. इसी से जुड़ा एक किस्सा कुछ महीनों पहले लक्ष्मण का रोल प्ले करने वाले सुनील लहरी (Sunil Lahri) ने बताया था.
सुनील लहरी ने एक वीडियो शेयर कर उस सीन का जिक्र किया था, जिसमें हनुमान की लड़ाई मगरमच्छ से होती है. उन्होंने बताया था कि, सुशैन वैद्य की कुटिया एक मिनिएचर थी, जिसमें उनको क्रोमा के जरिए सेट किया गया था. इसके अलावा जो पहाड़ दिखाया गया था वह भी एक मिनिएचर ही था, जहां पर साधु राक्षस दीखते थे. उन्होंने बताया था जब हनुमान जी स्नान करने जाते हैं तो उनकी लड़ाई पानी में मगरमच्छ से हो जाती है.
उन्होंने बताया था कि, इस सीन में कुछ हिस्से उसकी थे, जैसे कि जब मगरमच्छ तैरता है, लेकिन फाइट सीक्वेंस के दौरान फाइबर के बनाए मगरमच्छ का उपयोग किया गया था. उन्होंने बताया कि आखिर किस तरह उस सीन के लिए मगर मच्छ बनाया गया था. इस फाइट सीन के लिए एक मोल्ड तैयार किया गया था. उसके बाद इस मोल्ड में फाइबर के लिक्विड फॉर्म को डालकर उसे ठोस रूप दिया गया था. बाद में इसे मगरमच्छ का शेप दिया.
गौरतलब है कि इसके पहले उन्होंने लक्ष्मण और मेघनाद युद्ध का किस्सा भी शेयर किया था. जिसके बाद उन्हें इंफेक्शन हुआ था. उन्होंने बताया थकी इस फाइट सीन में किस तरह बार बार मेघनाद गायब हो जाते है और लक्ष्मण उन्हें ढूंढ कर लाते है. इतना ही नहीं रामायण के लक्ष्मण ने अशोक वाटिका की शूटिंग के दौरान का किस्सा भी शेयर किया था. उन्होंने बताया था कैसे हनुमान उस अशोक वाटिका में जाते है और लगे हुए पेड़ों को उखाड़ते है.
सुनील लहरी ने बताया था कि उस सीन के लिए बहार से अलग अलग फ्रूट्स के पेड़ मंगाए गए थे. क्योंकि एक ही मिट्टी में केला, अमरूद और सेब नहीं उगाया जा सकता. इसलिए असली पेड़ मंगवाकर उन पर फल लगाए थे, जिन्हे हनुमान जो तोड़ कर खाते है. इस दौरान जब लंका के सैनिक आते थे तो जब रस्सी डालकर उन्हें खींचने की कोशिश करते हैं उस वक़्त रस्सी उनके मुकुट में अटक जाता है. कई बार तो उनका मुकुट भी गिर जाता था.
इसके साथ ही सुनील लहरी ने बताया था कि, इस दौरान ये पूरा शॉट क्रोमा में करना था. इस सीन में हनुमान जी बार बार ऊपर निचे जाते है इसलिए ये सब रस्सी से नहीं हो पा रहा था. इसके लिए एक स्पेशल क्रेन मंगवाई गई थी और क्रेन का कलर भी ब्लू किया गया था. उसमे एक प्लेटफार्म बनाया गया था और फिर उस पर दारा सिंह जी को बिठाया गया था.