जब आधी बनकर लटक गई थी धर्मेंद्र की यह फिल्म, फिर मिथुन के इस कदम से साबित हुई सुपरहिट
धर्मेंद्र और मिथुन चक्रवर्ती की गिनती हिंदी सिनेमा के दिग्गज़ अभिनेताओं में होती है. दोनों ही अपने दौर के बड़े स्टार रहे हैं. धर्मेंद्र और मिथुन ने साथ में भी कई फिल्मों में काम किया है. मिथुन चक्रवर्ती धर्मेंद्र का बहुत सम्मान करते हैं और वे उन्हें अपना बड़ा भाई मानते हैं. जहां धर्मेंद्र का 60 और 70 के दशक में बॉलीवुड में राज रहा तो वहीं मिथुन ने 80 के दशक में ख़ूब वाहवाही लूटी थी.
धर्मेंद्र और मिथुन चक्रवर्ती से जुड़े कई किस्से मशहूर है. ऐसा ही एक किस्सा है जब मिथुन ने धर्मेंद्र के सम्मान को बचाया था. दरअसल, एक बार जब धर्मेंद्र का करियर ढलान पर था उस मुश्किल समय में मिथुन चक्रवर्ती अपने आदर्श और बड़े भाई समान धर्मेंद्र का सहारा बने थे.
बता दें कि, धर्मेंद्र के प्रति मिथुन के दिल में हमेशा से ही प्यार और सम्मान रहा है. ऐसा भी कहा जाता है कि, मिथुन चक्रवर्ती कभी धर्मेंद्र की बात को ख़ारिज नहीं करते थे. जो धर्मेंद्र बोलते थे वो मिथुन करते थे. एक बार तो एक फिल्म में केवल धर्मेंद्र के कहने पर और उनके सम्मान को बचाए रखने के लिए मिथुन चक्रवर्ती ने काम कर लिया था. आइए आज आपको इस किस्से के बारे में बताते हैं…
यह पूरा मामला है साल 1990 का.इस दौरान 1 जून को धर्मेंद्र और शत्रुघ्न सिन्हा की फिल्म ‘हमसे ना टकराना’ प्रदर्शित की गई थी. फिल्म का निर्देशन किया था दीपक बैरी ने. फिल्म में मिथुन चक्रवर्ती भी अहम रोल में थे. हालांकि मिथुन के इस फिल्म में होने की कहानी बड़ी फ़िल्मी है. जब इस फिल्म की आधी शूटिंग हो चुकी थी तब निर्देशक दीपक बैरी के लिए एक बुरी ख़बर आई. कुछ डिस्ट्रीब्यूटर्स ने दीपक बैरी से कहा कि वे उनकी फिल्म ‘हमसे ना टकराना’ को नहीं खरीद पाएंगे.
इस दौर में धर्मेंद्र और शत्रुघ्न जैसे कलाकारों का करियर भी ठीक-ठाक नहीं चल रहा था और कहा जाता है कि इसे देखते हुए डिस्ट्रीब्यूटर उनकी फिल्मों पर दाव नहीं खेलना चाहते थे. हालांकि फिल्म की आधी शूटिंग तो हो चुकी थी और फिल्म को बंद करना भी मुश्किल था. सभी का नुक़सान होना लाजिमी था. निर्देशक दीपक ने इस मामले के बारे में धर्मेंद्र से बात की.
धर्मेंद्र को दीपक बैरी ने बातचीत में यह सुझाव दिया कि इस फिल्म में ऐसे अभिनेता को भी ले लिया जाए जो कि इस वक्त सुपरस्टार हो. ऐसे में धर्मेंद्र ने दीपक को मिथुन के नाम का सुझाव दिया. ये वो दौर था जब मिथुन के नाम से ही फ़िल्में चल जाया करती थी और इस दौरा में मिथुन काफी व्यस्त भी रहते थे. दीपक ने मिथुन से बात की लेकिन मिथुन पहले से बहुत व्यस्त थे और उनके पास बहुत काम था. इसके चलते फिल्म में उनकी एंट्री मुश्किल थी.
जब दीपक और मिथुन के बीच बात नहीं बनी तो दीपक ने एक बार फिर धर्मेंद्र से बात की. दीपक ने धर्मेंद्र से कहा कि अगर वो मिथुन से बात कर के कुछ कर सकते हैं तो देख लें. ऐसे में जब धर्मेंद्र ने मिथुन से बात की तो मिथुन फिल्म में काम करने के लिए राजी हो गए. मिथुन की फिल्म में एंट्री के साथ ही सब कुछ बदल गया. धर्मेंद्र और शत्रुघ्न के स्थान पर मिथुन फिल्म का बड़ा चेहरा बन गए और फिल्म के पोस्टर्स पर भी मिथुन को दोनों अभिनेताओं से ज्यादा अहमियत दी गई.
सुपरहिट साबित हुई फिल्म…
अपने बड़े भाई समान और अपने आदर्श धर्मेंद्र के कहने पर मिथुन चक्रवर्ती ने फिल्म में काम किया. फिल्म जब रिलीज हुई तो पर्दे पर इसे ख़ूब सराहा गया और यह फिल्म सुपरहिट साबित हुई. इस तरह से मिथुन चक्रवर्ती ने धर्मेंद्र के मान-सम्मान की लाज रखी थी. इसके साथ ही धर्मेंद्र के खाते में लंबे समय बाद एक बड़ी और हिट फिल्म आई थी.