काफी सिद्दत से जुटे रक्षामंत्री की खोज में प्रधानमंत्री मोदी, नहीं मिल पा रही कोई सफलता!
प्रधानमंत्री मोदी की मुश्किलें ख़त्म होने का नाम ही नहीं ले रही हैं। देश की समस्या सुलझाते-सुलझाते उन्हें किसी और काम के लिए वक़्त ही नहीं मिल रहा है। अब उनके लिए सबसे बड़ी मुसीबत बन गयी है रक्षामंत्री की खोज। जी हाँ रक्षामंत्री की खोज। अब आप सोच रहे होंगे कि प्रधानमंत्री को ऐसी क्या जरुरत पड़ गयी की वह रक्षामंत्री की खोज करने में जुटे हुए हैं।
आपको ज्ञात होगा कुछ समय पहले तक भारत के रक्षामंत्री मनोहर पार्रिकर हुआ करते थे। लेकिन गोवा चुनाव जीतने के बाद वह गोवा के मुख्यमंत्री बन गए। अब गोवा का मुख्यमंत्री बनने से पहले उन्हें अपने रक्षामंत्री के पद से इस्तीफ़ा देना पड़ा। तब से रक्षामंत्री की जिम्मेदारी अरुण जेटली को दे दी गयी है।
मिल गया विपक्ष को बीजेपी पर निशाना साधने का मौका:
अरुण जेटली पहले से ही वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी लिए हुए थे। अब उनके ऊपर दुगुना भार पड़ रहा है। शायद इसी वजह से वह रक्षा के क्षेत्रों में ज्यादा ध्यान नहीं दे पा रहे हैं। एक बार फिर से विपक्ष को बीजेपी और मोदी पर निशाना साधने का मौका मिल गया। सीमा पर जो हालात हैं, उसकी वजह से बीजेपी के ऊपर विपक्ष की पार्टियाँ जमकर निशाना साध रही हैं।
पाकिस्तान की करतूत की वजह से पूरा देश है गुस्से में:
सीमा पर मिलने वाली चुनौतियों के बावजूद भी मोदी वित्त मंत्री जेटली को रक्षामंत्री की जिम्मेदारियों से मुक्त नहीं कर पा रहे हैं। मामला तब और भी गंभीर हो गया, जब पाकिस्तानी सैनिक लगातार भारतीय सैनिकों के साथ बर्बरता पूर्वक व्यवहार करने लगे। अभी हाल ही में पाकिस्तानी सेना ने भारतीय शहीदों के शवों के सर काट लिए थे। इस घटना से पुरे देश में गुस्सा भरा हुआ है।
योग्य व्यक्ति मिलते ही कर दिया जायेगा जिम्मेदारी से मुक्त:
देश की सुरक्षा की लगातार बिगड़ती हालत पर बात करने के लिए पीएमओ ने जेटली को बुलाया, इसी वजह से जेटली को अपनी जापान यात्रा भी स्थगित करनी पड़ी। जेटली ने मोदी से याचना की है कि जल्दी से उन्हें रक्षामंत्री के पद से मुक्त कर दिया जाए। प्राप्त जानकारी के अनुसार मोदी ने जेटली से कहा कि जैसे ही कोई योग्य व्यक्ति मिलता है, उन्हें इस पद से मुक्त कर दिया जायेगा।