Breaking news

संक्रमण से मौत के साथ रिश्ते भी मरे, कलयुगी बेटे ने कोरोना पॉजिटिव बाप को मरने सकड़ पर छोड़ा

कोरोना वायरस का प्रकोप देश को झँझोड़ रहा है। आए दिन लाखों की संख्या में नए मामले सामने आ रहे हैं। अस्पतालों में मरीज को जगह नहीं मिल रही है। कहीं कहीं तो शमशान घाट भी फूल हो गए हैं। ऐसे में हर कोई यही कोशिश कर रहा है कि वह अपने प्रियजनों को जितना हो सके सुरक्षित रखें। लेकिन बिहार के मुजफ्फरपुर में एक कलयुगी बेटे ने अपने कोरोना पॉजिटिव पिता को मरने के लिए सड़क पर छोड़ दिया।

एक पिता अपने बच्चे का भविष्य सँवारने के लिए अपना वर्तमान कुर्बान कर देता है। ऐसे में एक बेटे का अबही फर्ज होता है कि बुढ़ापे में वह अपने पिता की सहारे की लाठी बने। लेकिन बिहार के मुजफ्फरपुर में इसका ठीक उल्टा देखने को मिला। यहां अर्जुन ओझा नाम का शख्स दो दिन पहले कोरोना संक्रमित हुआ था। उसकी तबीयत लगातार बिगड़ती जा रही थी। बेटा कोई केयर नहीं कर रहा था। जब पड़ोसियों ने दबाव बनाया तो वह एंबुलेंस बुलकार पिता को अस्पताल ले जान एके लिए रेडी हुआ।

एंबुलेंस द्वारा बिआर शख्स को सदर अस्पताल ले जाया गया। बेटे बहू उसके पीछे पीछे निकले। लेकिन रास्ते में वे पिता को छोड़ भाग गए। उधर एंबुलेंस वाला भी बदमाश निकला। उसने मरीज को अस्पताल पहुंचाने की बजाय सड़क पर ही तड़पता हुआ छोड़ दिया। बाद में जब लोगों ने बुजुर्ग को सड़क पर तड़पता हुआ देखा तो उसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। ये वीडियो देख जिलाधिकारी एक्टिव हुए और उन्होंने स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा बुजुर्ग को अस्पताल भिजवाया।

यहां अस्पताल में बुजुर्ग की तबीयत बिगड़ती चली गई। ऐसे में उसे मेडिकल काॅलेज रेफर किया गया। हालांकि रिफर के बाद उसे ले जाने में दोहपर की शाम हो गई। इस तरह इलाज समय पर न मिलने की वजह से उसकी जान चली गई। यदि बुजुर्ग का बेटा अपने पिता को बीच में छोड़ नहीं भागता तो शायद उसकी जान बच सकती थी। हैरत की बात तो ये है कि बेटा शिक्षक की नौकरी करता है। अब ऐसा शिक्षक बाकी बच्चों को किस तरह का ज्ञान देगा ये आप सोच ही सकते हैं।

इस पूरी घटना की सोशल मीडिया पर बहुत निंदा हो रही है। हर कोई इस कलयुगी बेटे की निंदा कर रहा है जिसने मुश्किल घड़ी में अपने पिता का साथ छोड़ दिया। ये घटना सुनने के बाद कई लोग बोल रहे हैं कि भगवान ऐसा बेटा देने से अच्छा है तो हमे निसन्तान ही रखें। वैसे इस पूरे मामले पर आपकी क्या राय है?

Back to top button