एक मोमबत्ती बदल सकती है आपकी किस्मत, बना सकती है कंगाल से मालामाल, जाने कैसे
भारत में वास्तु शास्त्र को बहुत महत्व दिया जाता है। ये सकारात्मक और नकारात्मक ऊर्जा के सिद्धांत पर कार्य करता है। भारत की तरह ही चीन में भी वास्तु शास्त्र को अधिक अहमियत दी जाती है। वहां के वास्तु शास्त्र को फेंगशुई के नाम से जाना जाता है। फेंगशुई में मोमबत्ती का भी बहुत महत्व होता है। इसके माध्यम से वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा का संचार किया जाता है।
मोमबत्ती भी अलग अलग रंग और खुशबू में आती है। इन सभी को यदि सही दिशा और सही उद्देश्य से रखा जाए तो इसके चौंकाने वाले लाभ देखने को मिल जाते हैं। ऐसे में आज हम आपको फेंगशुई में मोमबत्ती से जुड़े कुछ वास्तु टॉप्स बताने जा रहे हैं।
1. यदि आपके घर धन खर्च बहुत अधिक हो रहा है तो आप घर के उत्तरी कोने में मोमबत्ती भूलकर भी न रखें। फेंगशुई के मुताबिक इस दिशा में मोमबत्ती रखने से धन की आवक रुक जाती है। आपको उत्तर-पूर्वी, दक्षिणी या दक्षिण-पश्चिमी दिशा में मोमबत्ती रखना चाहिए। इससे घर में धन की आवक बनी रहती है।
2. घर के वायव्य स्थान (उत्तर-पश्चिम) में भूलकर भी मोमबत्ती प्रज्वलित न करें। इससे परिवार के लोगों में अशान्ति पैदा होती है। उनके अंदर आपस में ईर्ष्या कि भावना पैदा होती है।
3. ऑफिस के वायव्य कोण (उत्तर-पश्चिम) में भी मोमबत्ती जलाने से बचना चाहिए। इससे कर्मचारियों की ईमानदारी फीकी पड़ जाती है। इसके अलावा आपका बिजनेस पार्टनर से लड़ाई झगड़ा भी हो सकता है।
4. यदि आपकी लाइफ में दुख अधिक हैं और आर्थिक स्थिति भी डामाडोल है तो घर के पूर्वी, उत्तर-पूर्वी और दक्षिण भाग में मोमबत्ती जलाने से लाभ होता है। जीवन में सुख और समृद्धि दोनों बनी रहती है।
5. यदि बच्चे का पढ़ाई लिखाई में मन नहीं लग रहा है तो उनके कमरे के पूर्वी, उत्तर-पूर्वी और दक्षिण भाग में मोमबत्ती जलाएं। इससे उनकी पढ़ाई में दिलचस्पी आने लगेगी। इसके साथ ही उनके ज्ञान का भी विकास होगा।
6. फेंगशुई के अनुसार आप किसी रंग की मोमबत्ती जलाते हैं इसका भी आपके जीवन पर अलग अलग प्रभाव पड़ता है। जैसे लाल और हरे रंग की मोमबत्तियां दक्षिण दिशा में लगानी चाहिए।
7. पीले और लाल रंग की मोमबत्तियों को दक्षिण-पश्चिम दिशा में लगाना शुभ होता है।
8. हरी और नीली मोमबत्तियां पूर्व या दक्षिण-पूर्व दिशा में लगाई जाती है।
9. यदि आप सिर्फ उत्तर-पश्चिम में मोमबत्ती लगाने के इच्छुक हैं तो आप सिर्फ पीली रंग की मोमबत्ती ही लगाएं।
10. मोमबत्ती जब भी लगाएं तो इसे स्नान करने के बाद सच्चे और शांत मन से ही लगाएं। इस तरह इसक परिणाम भी सकारात्मक ही होगा।