दर्द से तड़प रहा था मरीज, कोरोना पॉजिटिव शख्स ने दे दिया अपना ऑक्सीजन सिलेंडर
कोरोना वायरस की दूसरी लहर बहुत बुरी तरह से देश में पैर पसारकर बैठ गई है। इस बार ये पहले से ज्यादा खतरनाक बताई जा रही है। ये वायरस अब ज्यादा तेजी से फैल रहा है। इसका नतीजा ये है कि अब एक दिन में तीन लाख से ज्यादा कोरोना मरीज सामने आ रहे हैं। इतनी ज्यादा संख्या में मरीजों के सामने आने पर मेडिकल सेवाएं भी चरमरा गई हैं।
आज की तारीख में यदि कोई मरीज बीमार होता है तो उसे तुरंत इलाज मिलना तो दूर पहले बेड तलाशने के लिए दर दर भटकना पड़ता है। अस्पताल में बेड खाली ही नहीं है। यदि बड़ी मसक्कत के बाद मिल भी जाए तो ऑक्सीजन सिलेंडर की कमी हो जाती है। ऑक्सीजन की कमी से देश में कई लोग मर रहे हैं।
इस अफरा तफरी के बीच कई ऐसे मामले भी सामने आए जहां इंसानियत शर्मसार हो गई। ऑक्सीजन सिलेंडर की काला बाजारी शुरू हो गई। बेड के लिए हजारों लाखों की रकम मांगी जाने लगी। वहीं कोविड-19 पॉजिटिव महिला के साथ अस्पताल में यौन शोषण तक हुआ। कुल मिलकार इस महामारी के दौर में भी हमे इंसान की इंसानियत नहीं बल्कि हैवानियत देखने को मिली।
हालांकि हर कोई ऐसा नहीं होता है। इस दुनिया में कुछ बुरे लोग हैं तो कुछ अच्छे भी मौजूद हैं। अब मध्य प्रदेश के सागर जिले के छतरपुर एरिया का यह मामला ही ले लीजिए। यहाँ एक मरीज ऑक्सीजन न मिलने पर दर्द से तड़प रहा था। मरीज का यह दर्द उसरे मरीज से देखा नहीं गया। ऐसे में उसने अपना ऑक्सीजन सिलेंडर दूसरे मरीज को दे दिया। मानवता की यह तस्वीर जिसने भी देखी वह दंग रह गया।
दरअसल मरीज दीपक सिंह तोमर जिला अस्पताल के प्री आइसोलेशन वार्ड में भर्ती हैं। उनका आक्सीजन लेवल डाउन चल रहा है। हॉस्पिटल से उन्हें ऑक्सीजन नहीं मिल पा रही थी ऐसे में उनके परिजन कहीं और से एक निजी ऑक्सीजन सिलेंडर जुगाड़ कर के ले आए और दीपक सिंह को आक्सीजन देना शुरू कर दिया।
इस बीच बिजावर निवासी ओम प्रकाश ताम्रकार भी बुधवार देर रात दीपक सिंह तोमर के वार्ड में भर्ती हुए। गुरुवार सुबह ओमप्रकाश को सांस लेने में तकलीफ होने लगी। उन्हें भी अस्पताल से ऑक्सीजन नहीं मिल पाई। वे दर्द से तड़पने लगे। यह देख दीपक ने अपनी आक्सीजन सप्लाई निकालकर निजी सिलेंडर ओम प्रकाश को दे दिया।
फिलहाल दोनों ही मरीज जिला हॉस्पिटल में एडमिट हैं। दोनों कि हालत गंभीर है। दोनों को ही ऑक्सीजन की आवश्यकता है।