शनि की बुरी दिशा चलने पर नाभि पर पड़ता है सबसे बुरा असर, बचाव के लिए करें ये उपाय
शनि ग्रह की बुरी दिशा जब शुरू होती है, तो जातक की सेहत पर इसका असर पड़ता है। हड्डी, नाभि, फेंफड़े, बाल, आंखें, नाखून, घुटने, जोडों, ऐड़ी, आंत से जुड़े रोग होने लग जाते हैं। शास्त्रों के अनुसार शनिदेव का सबसे ज्यादा असर नाभि और हड्डियों पर पड़ता है। नाभि और हड्डियों से जुड़े रोग अगर बार-बार हों। तो समझ लें की आपके जीवन पर शनि की बुरा दिशा शुरू हो गई है।
नाभि में दर्द होना व हड्डियों में सूजन आने पर या अक्सर दर्द रहने पर, समझ जाएं की शनि की बुरी दिशा से आप ग्रस्त हो गए हैं। शास्त्रों में नाभि को शरीर का केंद्र माना गया है और शनि का बुरा प्रभाव सबसे पहले नाभि पर ही पड़ता है। शनि के बुरे प्रभाव के कारण नाभि से रोग उत्पन्न हो जाते हैं। इसी प्रकार से कई लोगों की हड्डियां कमजोर हो जाती है। इन कष्टों से बचने के लिए नीचे बताए गए उपायों को कर दें। इन उपाय को करने से इन कष्टों का अंत हो जाएगा।
करें ये उपाय, शनि देव नहीं देंगे कष्ट
शनिवार को काले रंग के वस्त्र धारण करें और माथे पर काले रंग का तिलक भी लगाएं। शनिदेव को काला रंग प्रिय है और ये उपाय करने से शनिदेव आपके अनुकूल ही फल देते हैं। इसके अलावा जब भी शनिदेव का पूजन करें तो इनको काले रंग की चीजें जरूर अर्पित करें।
शनि ग्रह के प्रभाव को कम करने के लिए सोमवार को शिव जी की पूजा करें। भगवान शिव की पूजा करने से शनि ग्रह की पीड़ा से बचा जा सकता है। सोमवार को शिव जी को जल अर्पित करें और एक सरसों के तेल का दीपक इनके पास जला दें। हो सके तो भोलेनाथ को नीले रंग का फूल भी अर्पित करें। इस रंग का फूल अर्पित करने से शनिग्रह का प्रकोप कम होने लग जाता है। इस उपाय को सोमवार के साथ-साथ शनिवार को भी करें।
शास्त्रों के अनुसार शनिदेव को सरसों का तेल अर्पित करने से भी इनके प्रकोप से रक्षा होती है। शनिवार को इन्हें सरसों का तेल चढ़ाएं और इस तेल का दीपक भी जलाएं। वहीं नाभि व हड्डियों में पीड़ा होने पर सरसों के तेल को इनपर लगा दें। ऐसा करने से इनमें पीड़ा होना बंद हो जाएगी। माना जाता है कि सरसों के तेल से एक बार हनुमान जी ने शनिदेव की मालिश की थी। जिससे शनिदेव की पीड़ा खत्म हो गई थी। इसलिए शरीर में पीड़ा होने पर आप बस सरसों के तेल से मालिश कर दें।
शमी के पेड़ पर शनिदेव का वास माना जाता है। इसलिए जिन लोगों की कुंडली में ये ग्रह भारी है। वो लोग शमी के पेड़ का पूजन किया करें। इस पेड़ पर जल अर्पित करें और इसकी परिक्रमा करें। फिर एक तेल का दीपक जला दें। इसके अलावा शमी के फूल शनिदेव को अर्पित करें।
काले रंग की चीजों का दान करें। शनिवार को नहाकर मंदिर जाएं। शनिदेव का पूजन करें। उसके बाद काले रंग की वस्तु किसी गरीब को दे दें। ये उपाय करने से शनिदेव आपको कष्ट नहीं पहुंचाएंगे।
शनिवार को काली गाय को रोटी खिलाना भी शुभ फल देता है। इसके अलावा काले कुत्ते को भी आप रोटी खिला सकते हैं। एक रोटी को तेल में तल लें। फिर इसे कुत्ते को खाने को दे दें।
अपने से बड़े लोगों की सेवा करें। हमेशा सच्च का साथ दें। किसी से झूठ न बोलें और न ही किसी को पीड़ा दें।