कुछ लोग अपने फायदे के लिए योगी के सच्चे समर्थकों को पहुंचा रहे हैं नुकसान, जानिए क्या है पूरा मामला!
हाल के चुनावों में सोशल मीडिया एक बड़ी ताकत बनकर उभरा है, सोशल मीडिया ने देश में कई नेताओं को तेजी से जनता तक पहुंचने और अपने एजेंडा को लोगों तक पहुंचाने में बहुत मदद की है. आज योगी आदित्यनाथ उतर प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं मगर योगी का मुख्यमंत्री बनने का सफर इतना आसान नहीं था. कुछ समय पहले तक खुद योगी आदित्यनाथ भी इस सफर के बारे में नहीं सोच सकते थे. लेकिन इस दौरान बीजेपी समर्थक कुछ हिन्दू राष्ट्रवादियों ने योगी को मुख्यमंत्री बनाने का न सिर्फ निर्णय लिया बल्कि इसे अंजाम भी दिया.
अपने मजबूत इरादों के दम पर सोशल मीडिया पर कदम जमाकर बैठे युवा किसी भी पार्टी की आईटी सेल को बहस और ट्रोलिंग में बुरी तरह पछाड़ने में सक्षम हैं. इन्होंने अपनी मजबूती और संगठनात्मक ढंग से पहले 2014 के लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाने में अपनी पूरी ताकत झोंक दी, बीजेपी को सहयोग दिया और फिर 2017 के यूपी विधानसभा चुनावों में योगी आदित्यनाथ को उतर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाने में भी जी जान लगा दी.
मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समर्थन में फेसबुक पेज :
आपको बता दें कि प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के समर्थन में इन युवाओं ने फेसबुक पेज और ग्रुप्स बनाकर करोड़ों लोगों को बीजेपी की विचारधारा से जोड़ा और जमकर प्रचार किया. इस दौरान इन युवाओं ने निःस्वार्थ भाव से दिन रात काम किया, सोशल मीडिया पर प्रमोशन के लिए कई लाख रूपये तक खर्च भी किये. ये युवा अपने अलग अलग पेज के मध्यम से योगी से जुड़े तमाम विवादों की वकालत करते रहे. उनके समर्थन में तार्किक पक्ष रखते रहे. हर बार इन युवाओं ने योगी पर विरोधियों के हमले का कड़ा और मारक जवाब दिया. इतना ही नहीं इन युवाओं ने उनकी छवि और उनकी ख्याति को भी सकारात्मक रूप से बहुत फायदा पहुंचाया.
लेकिन वर्तमान में इन युवाओं को लग रहा है कि इनके साथ धोखा हुआ है, ये महज अपनी विचारधारा के कारण पूरे समर्पण के साथ बीजेपी और उसके समर्थन में अपनी वैचारिक मशाल जलाये हुए थे, इसके लिए इन्हें किसी तरह का कोई लाभ या वेतन नहीं मिलता था, मगर अब इनमें से कुछ युवाओं के बीच निराशा का माहौल है. उनका मानना है कि उनकी मेहनत के बदले उन्हें केवल धोखा मिला है.
आईटी सेल ने पेज बंद करने पर मजबूर कर दिया :
आपको बता दें कि योगी आदित्यनाथ की नई आईटी सेल टीम ने उनके ही समर्थन में दिन रात लगे रहने वाले युवाओं के पेज को क्लेम करके बंद करवा दिया है, ऐसे में इन युवाओं का कहना है कि उन्हें विश्वास नहीं हो रहा है कि उन्होंने जिन नेता और पार्टी के लिए कितना समय और धन बिना सोचे समझे समर्पित कर दिया, उन्हीं नेता और पार्टी के आईटी सेल ने इन्हें पेज बंद करने पर मजबूर कर दिया.
वहीं कुछ युवाओं का मानना है कि योगी की आईटी सेल टीम के इस कारनामे के पीछे कांग्रेस और विपक्ष का हाथ है. उनका कहना है कि योगी के खिलाफ साजिश रचते हुए उनकी आईटी टीम के कुछ लोगों को खरीद लिया गया है, जिन्होंने इस काम को अंजाम दिया. उनका आरोप है कि विपक्ष ने बीजेपी आईटी टीम के कुछ सदस्यों को खरीद कर सोशल मीडिया पर बीजेपी की ताकत कम करने के लिए भी ऐसा काम किया है.
उनका मानना है कि योगी के पेज पर अभी काम कर रही बीजेपी आईटी टीम के कुछ सदस्यों ने योगी के सामने महज खुद को बेहतर दिखाने के लिए भी ऐसा किया है, वो नहीं चाहते कि उनका काम योगी के समर्थक और इन युवाओं से कमजोर दिखे. इस कारण भी उनके पेजेज को योगी की टीम के उन सदस्यों ने बंद करवाने की साजिश रची है.
ऐसे में कुछ युवाओं का कहना है कि वह संगठन के तौर पर योगी आदित्यनाथ से मिलकर उन्हें इस बारे में अवगत करायेंगे ताकि इस मामले में उनके साथ न्याय हो सके.