अदाणी ग्रुप द्वारा जबरदस्ती मांगा जा रहा था पार्किंग चार्ज, PM मोदी के बड़े भाई ने लगा दी क्लास
पीएम नरेंद्र मोदी के बड़े भाई प्रहलाद मोदी ने पार्किंग चार्ज को लेकर एयरपोर्ट के एक कर्मचारी से खूब बहस की। जिसके बाद ये मामला अधिकारियों तक पहुंच गया और उन्होंने अपने कर्मचारी को गलत बताते हुए इसे रफा-दफा कर दिया। साथ में ही प्रहलाद मोदी से माफी भी मांगी। खबर के अनुसार अहमदाबाद के सरदार पटेल एयरपोर्ट पर प्रहलाद मोदी से पार्किंग चार्ज वसूला जाने लगा। लेकिन उन्होंने अपनी गाड़ी को एयरपोर्ट की जगह एयरपोर्ट के पास पार्क किया था। ऐसे में पार्किंग चार्ज मांगने पर उन्होंने पैसे नहीं दिए।
प्रहलाद मोदी का कहना था कि मेरी कार एयरपोर्ट परिसर में पार्क ही नहीं हुई। तो मुझसे पार्किंग का चार्ज क्यों वसूला जाएगा। वहीं जब ये बात अधिकारियों को पता चली तो उन्होंने मौके पर आकर मामले को दबाने की कोशिश की और अपनी गलती बताते हुए उनसे पैसे नहीं वसूले।
खबर के अनुसार प्रहलाद मोदी हरिद्वार से अहमदाबाद पहुंचे थे। पार्किंग कर्मचारियों ने उनसे कार की पार्किंग का चार्ज (90 रुपए) मांगा। लेकिन उनकी कार एयरपोर्ट के बाहर सड़क पर थी। प्रहलाद मोदी ने कहा कि कार लेकर ड्राइवर एयरपोर्ट के बाहर सड़क पर मेरा इंतजार कर रहा था। इसके बावजूद कर्मचारी वहां पहुंच गए और पार्किंग चार्ज मांगने लगे।
प्रहलाद मोदी के कहा कि मैं टर्मिनल से बाहर आकर अपनी कार की तरफ पैदल ही जा रहा था। लेकिन पार्किंग के कर्मचारी वहां पहुंचे गए, जहां मेरा ड्राइवर कार लेकर खड़ा हुआ था। मैंने जब कर्मचारियों से कहा कि कार तो परिसर में पार्क ही नहीं हुई तो चार्ज कैसा। तो उन्होंने कहा कि यहां आने वाले हर एक वाहन से पार्किंग चार्ज लिया जाता है, भले ही वाहन पार्किंग में हो या न हों। इतना ही नहीं, कर्मचारी ने उनसे यह तक कह दिया की पार्किंग चार्ज न देने पर उनकी कार जब्त कर ली जाएगी।
इसके बाद जब विवाद काफी बढ़ गया तो एयरपोर्ट प्रबंधन के कुछ अधिकारी मौके पर पहुंचे और कर्मचारियों की गलती बताकर प्रहलाद मोदी को जाने के लिए कह दिया। आपको बता दें कि अहमदाबाद एयरपोर्ट का टेकओवर अदाणी ग्रुप द्वारा किया गया है और इन्होंने टर्मिनल के बाहर खुले मैदान का घेराव भी कर लिया है। इसमें एयरपोर्ट परिसर में प्रवेश करने वाले वाहनों की कंप्यूटराइज्ड एंट्री के साथ बाहर निकलने पर दोबारा स्केनिंग कर उनसे पार्किंग चार्ज वसूलने की व्यवस्था भी कर दी गई है। जबकि इससे पहले टर्मिनल बिल्डिंग टी-1 और टी-2 के सामने मैदान में मुफ्त पार्किंग की व्यवस्था थी, जिसे अब खत्म कर दिया गया है।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने अडाणी ग्रुप के साथ अहमदाबाद इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के अलावा लखनऊ इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड और मंगलूरू इंटरनेशनल एयरपोर्ट का भी एमओयू किया है। अडाणी ग्रुप को इन तीन हवाई अड्डों की जिम्मेदारी 50 वर्षों के लिए सौंपी गई है। जिसके बाद से ही अब इन एयरपोर्ट का सारा काम इसी देख रहे हैं।