जब रामानंद सागर को राजकुमार ने किया बेइज्जत, बोले- यह फ़िल्म मेरा कुत्ता भी नहीं करेगा
हिंदी सिनेमा के दिग्गज़ अभिनेता राजकुमार इंडस्ट्री में अपने मुंहफट स्वभाव के लिए भी ख़ूब चर्चित थे. राजकुमार ने अपने 40 साल लंबे करियर में अपने बेहतरीन काम से हर किसी को प्रभावित किया. राजकुमार के अंदाज से हर कोई प्रभावित रहता था. 26 साल की उम्र में साल 1952 में अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत करने वाले राजकुमार ने इंडस्ट्री में बड़ा नाम कमाया था.
राजकुमार उन अभिनेताओं में अपना नाम लिखाने में सफ़ल हुए हैं, जिन्हें हिंदी सिनेमा का दिग्गज़ कहा जाता है. राजकुमार ने 40 साल लंबे फ़िल्मी करियर में लीड रोल के साथ ही सपोर्टिंग रोल भी अदा किए. उन्हें हर एक किरदार में दर्शकों ने ख़ूब पसंद किया. उनसे जुड़े कई किस्से भी फ़िल्म इंडस्ट्री में मशहूर है. ऐसा ही एक किस्सा है जब राजकुमार ने ऐतिहासिक धारावाहिक ‘रामायण’ का निर्देशन करने वाले निर्देशक रामानंद सागर का अपमान कर दिया था.
दरअसल, फ़िल्म इंडस्ट्री में एक समय बड़ा रुतबा रखने वाले राजकुमार मुंहफट होने के चलते किसी को भी कुछ भी बोलने से कतराते नहीं थे. संजय दत्त, गोविंदा, मिथुन चक्रवर्ती यहां तक कि अमिताभ बच्चन जैसे बड़े नायक का भी वे अपमान कर चुके थे और उन्होंने रामानंद सागर को भी नहीं छोड़ा था. आइए जानते हैं कि आखिर यह किस्सा क्या है.
दरअसल, रामानंद सागर अपनी किसी फ़िल्म में राजकुमार को लेना चाहते थे और ऐसे में वे राजकुमार के पास फ़िल्म की कहानी लेकर पहुंचे. रामानंद सागर ने राजकुमार के घर पर उन्हें अपनी फ़िल्म की कहानी सुनाई. हालांकि राजकुमार ने इस दौरान कुछ ऐसा कर दिया जो रामानंद सागर को पसंद नहीं आया.
कहानी सुनने के बाद राजकुमार ने अपने कुत्ते को आवाज लगाई और उसे बुलाया. राजकुमार ने अपने पालतू कुत्ते से सवाल किया कि क्या वो इस फ़िल्म में काम करेगा ? लेकिन कुत्ते की ओर से इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई. इस पर रामानंद सागर से राजकुमार ने कहा कि, ”देखो ये रोल तो मेरा कुत्ता भी नहीं करना चाहेगा.” यह बात रामानंद सागर को बहुत बुरी लगी. नाराज रामानंद सागर इसके बाद राजकुमार के घर से चले गए.
बता दें कि, राजकुमार के इस बर्ताव से रामानंद सागर को बहुत बुरा लगा था और वे हमेशा ही राजकुमार से ख़फ़ा रहे. दोनों कलाकारों ने कभी साथ में कमा नहीं किया. गौरतलब है कि, जिस फ़िल्म का राजकुमार ने अपमान किया था उस फ़िल्म का नाम ‘आंखें’ था, बाद में इस फ़िल्म के लिए धर्मेंद्र को अप्रोच किया गया और उनके साथ यह फ़िल्म बनी.
जंजीर के साथ भी राजकुमार ने किया था ऐसा ही बर्ताव…
बता दें कि, अपन इसी रवैये के कारण राजकुमार के हाथ से ‘सुपरहिट’ फ़िल्म जंजीर भी निकल गई थी. जंजीर की कहानी सलीम खान और ज़ावेद अख़्तर ने लिखी थी. वहीं इसका निर्देशन प्रकाश मेहरा ने किया था. पहले इस फ़िल्म की कहानी राजकुमार के पास पहुंची. तब भी अपने कुत्ते को लेकर राजकुमार ने यह फ़ैसला किया था कि उन्हें इस फ़िल्म में काम करना है या नहीं. राजकुमार के कुत्ते ने सिर हिलाकर न में जवाब दिया और यहीं जवाब राजकुमार का भी रहा. अंत में फ़िल्म अमिताभ बच्चन के पास पहुंची और फ़िल्म बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट साबित हुई थी. यह फ़िल्म साल 1973 में रिलीज हुई थी.
राज कपूर की फ़िल्म भी ठुकरा दी थी…
राजकुमार मशहूर अभिनेता, निर्माता-निर्देशक राज कपूर के साथ भी काम करने से मना कर चुके थे. दरअसल, राज कपूर ने अपनी चर्चित फ़िल्म ‘मेरा नाम जोकर’ में काम करने से मना कर दिया था. बताया जाता है कि, राज कपूर ने उन्हें लीड रोल ऑफर नहीं किया था और राजकुमार को यह बात पसंद नहीं आई. राजकुमार छोटा रोल या साइड रोल करने के पक्ष में नहीं थे.
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