मर्दों की छाती पर अधिक बाल का होना देता है इस बात का संकेत, जानकार रह जाएंगे दंग
एक जमाना हुआ करता था जब मर्द अपनी छाती के बालों को अपनी मर्दानगी की शान समझा करता था। लेकिन आज के जमाने में युवकों को छाती पर बाल रखना पसंद नहीं है। वे इसे शेव करवा लेते हैं। मर्दों की छाती पर अधिक बाल के होने की कई वजहें होती है। ये बाल आपको भविष्य की घटनाओं और आपकी किस्मत को लेकर संकेत भी देते हैं। ऐसे में आज हम आपको मर्दो की छाती पर बाल होने का रहस्य बताने जा रहे हैं।
सामुद्र शास्त्र की माने तो शरीर के किसी अंग पर तिल, मस्सा, ऊंगलियों के नाखूनों का सफेद होना या छाती पर कम अथवा अधिक बालों का होना उस व्यक्ति के स्वभाव और भाग्य को लेकर बहुत कुछ बतलाता है।
छाती पर बाल का वैज्ञानिक पहलू
वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो जब एक बच्चे के शरीर में उम्र के साथ शारीरिक बदलाव होते हैं तो 14 से 15 वर्ष की उम्र में उसके चेहरे और छाती पर बाल आना शुरू हो जाते हैं। ऐसा उसके शरीर में बढ़ते हार्मोंस की वजह से होता है। अब आपके शरीर पर कितने ज्यादा या कम बाल आएंगे ये आपके डीएनए पर भी निर्भर करता है।
जैसे आपके पिताजी और दादाजी के शरीर पर कितने बाल थे इसका डायरेक्ट असर आपकी बॉडी के बालों पर भी पड़ता है। बाल की ग्रोथ उसके टेस्टोस्टेरॉन लेवल पर डिपेंड करती है। टेस्टोस्टेरॉन में एंड्रोजन की मात्रा जितनी अधिक होगी, शरीर एवं छाती पर बाल भी उतने ही अधिक होंगे।
छाती पर बाल को लेकर ज्योतिषशास्त्र क्या कहता है?
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार जिन मर्दों की छाती पर अधिक बाल होते हैं वे ज्यादा भाग्यशाली होते है। वहीं जिनकी छाती पर बाल कम होते हैं किस्मत के मामले में वे थोड़े कमजोर होते हैं। छाती पर ज्यादा बाल वाले मर्दों की कई खासियतें भी होती हैं। जैसे भाग्य के धनी होने के अलावा ये भरोसे लायक भी होते हैं। आप इनके ऊपर आंख बंदकर भरोसा कर सकते हैं।
छाती पर ज्यादा बाल वाले मर्द दूसरों का मान सम्मान भी अधिक करते हैं। ये अक्सर सच ही बोलते हैं। ईमानदार भी होते हैं। ये बहुत मेहनती होते हैं। जीवन में सफलता प्राप्त करते हैं। ये एक अच्छे लीडर भी बनते हैं। ये सभी को साथ लेकर चलते हैं। इन्हें मिलजुलकर काम करना पसंद होता है। इन आदतों के चलते ये समाज में आदर और मान सम्मान भी पाते हैं।
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