भगवान ऐसी पत्नी किसी को न दे: जेठ से बनाए संबंध, पति के नाम की दी सुपारी, सबसे बोली कोरोना से मरे
राजस्थान के उदयपुर से रिश्तों को तार तार करने वाला एक मामला सामने आया है। यहां एक पत्नी को अपने जेठ से प्यार हो गया। वह इस प्यार में इतनी पागल हुई कि उसने जेठ के साथ मिलकर अपने पति की हत्या की सुपारी दे डाली। बाद में परिवार को बताया कि पति की मौत कोरोना से हुई है। चलिए इस हैरान कर देने वाली लव स्टोरी को विस्तार से जानते हैं।
उदयपुर के प्रताप नगर थाना क्षेत्र में पुलिस को पांच महीने पहले एक अज्ञात शव मिला था। छानबीन के बाद मृतक की पहचान उत्तम दास के रूप में हुई। जांच में ये भी पता चला कि उसकी हत्या पत्नी रूपा और उसके सगे बड़े भाई तपन ने एक प्रोफेशनल किलर को सुपारी देकर कराई थी। शुक्रवार को पुलिस ने जेठ बहू को हिरासत में लिया। उन्होंने इस हत्या की पूरी कहानी भी पुलिस को बताई।
दरअसल जेठ-बहू के बीच अवैध संबंध थे। दोनों एक दूसरे के साथ ज़िंदगी बिताना चाहते थे। हालांकि महिला का पति रास्ते का कांटा बन रहा था। इसलिए महिला ने जेठ संग मिलकर पति की मौत की प्लानिंग कर डाली।
उन्होंने उत्तम की हत्या के लिए उदयपुर के पेशवर किलर राकेश लुहार को चूना। पति की सुपारी के लिए महिला ने उसे 12 लाख 40 हजार रुपए दिए।
अब यहां चौकाने वाली बात ये थी कि राकेश नाम का यह पेशवर किलर वही व्यक्ति था जिसे उत्तम ने अपने नए ऑफिस का फर्नीचर बनवाने का ठेका दिया था। इसलिए वह भी उत्तम को पहले से जनता था। अब प्लान के मुताबिक राकेश ने 16 नवंबर को उत्तम को उदयपुर लाया और वहां अपने दोस्तों के सतह शराब पार्टी करने लगा। इसी दौरान उसने नशे में धूत उत्तम की गला घोंट हत्या कर दी। लाश को उदयसागर झील किनारे फेंका गया।
उधर मृतक की पत्नी और बड़े भाई ने परिवार को बताया कि उत्तम की मौत कोरोना वायरस से हुई है। इसके बाद उन्होंने विधि-विधान से उत्तम का अंतिम संस्कार किया और झूठे आंसू बहाए। उधर पुलिस भी अज्ञात शव का केस सुलझाने में लगी थी। इस बीच उत्तम की पत्नी और बड़ा भाई उत्तम की कंस्ट्रक्शन की कंपनी और पैसे हथियाने की फिराक में थे। उत्तम की कंपनी का सालाना टर्न ओवर 5 करोड़ रुपए है।
उत्तम की पत्नी रुपा और बड़ा भाई तपन उत्तम का फर्जी मृत्यु पत्र बनवाने के लिए चक्कर काट रहे थे। वे इसके लिए मुंह मांगी रकम देने को रेडी थे। उन्हें ये फर्जी मृत्यु पत्र जल्दी चाहिए था। जब पुलिस को एक मुखबिर से इस बात की भनक लगी तो उन्होंने शक के आधार पर रुपा और तपन को थाने बुलाया। यहां सख्ती से पूछताछ करने पर उन्होंने अपना जुर्म कबुल लिया।