इन पांच राशि के लोगों पर रहेगी शनि की व्रक दृष्टी, बचने के लिए करें ये उपाय
इस समय धनु राशि, मकर राशि और कुंभ राशि पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है। जबकि मिथुन और तुला राशि पर शनि की ढैय्या चल रही है। इन 5 राशि के लोग अपना खासा ध्यान रखें और इस ग्रह को अपने अनुकूल बनाएं रखने के लिए नीचे बताए गए उपायों को करें। इन उपायों को करने से शनि की साढ़ेसाती व ढैय्या से आपकी रक्षा होगा।
करें शिव की पूजा
भगवान शिव की पूजा करने से शनिदेव के प्रकोप से बचा जा सकता है। कथा के अनुसार भगवान शिव की शनिदेव ने विशेष पूजा की थी। इस पूजा से खुश होकर ही शिव जी ने शनिदेव को सभी ग्रहों में न्यायाधीश का दर्जा दिया था। पौराणिक कथा के अनुसार भगवान शिव शनिदेव के गुरु हैं। इसलिए शिव जी की पूजा करने वाले लोगों पर शनि देव सदा मेहरबान रहते हैं।
जिन लोगों की कुंडली में शनि की व्रक दृष्टि चल रही है। वो लोग सोमवार को और शनिवार को शिव की पूजा करें। शिव की पूजा करते हुए उन्हें नीले रंग का फूल अर्पित करते हैं।
पीपल के पेड़ की पूजा करें
पीपल के पेड़ की पूजा करने से भी शनिदेव प्रसन्न हो जाता हैं। दरअसल पीपल के शीर्ष पर भगवान शिव का वास होता है। साथ में ही शनिदेव का वास भी पीपल के पेड़ में होता। इसलिए पीपल की पूजा करने से भगवान शिव और शनि देव प्रसन्न हो जाते हैं। इसलिए शनिवार के दिन पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जला दें।
काली रंग की चीजों का दान करें
शनिवार के दिन काली रंग की चीजों का दान जरूर करें। इन चीजों का दान करने से भी शनि देव अनुकूल बनें रहते हैं और आपको किसी भी प्रकार का कष्ट नहीं देते हैं। इसके अलावा सरसों के तेल का दान भी आप जरूर करें।
हनुमान जी का करें पूजन
हनुमान जी का पूजन जो लोग करते हैं, उनको शनि देव कष्ट नहीं हेते हैं। एक कथा के अनुसार शनिदेव ने हनुमान जी से वादा किया था कि जो लोग भी उन्हें सरसों का तेल अर्पित करेंगे व हनुमान जी का पूजन करेंगे। उन्हें मैं कभी कष्ट नहीं दूंगा। इसलिए मंगलवार के दिन और शनिवार को हनुमान की पूजा अवश्य करें।
इन मंत्रों का जाप करें
शनिदेव व शिव की पूजा करते हुए नीचे बताए गए मंत्रों का जाप करें। इस मंत्र का जाप करने से भी शनि देव आपके अनुकूल ही फल देते हैं।
ऊं नम: शिवाय.
ऊँ प्रां प्रीं प्रौं स: शनये नम:
लोहे का करें दान
जिन लोगों की कुंडली में ये ग्रह भारी है, वो लोग शनिवार के दिन लोहे की चीजों का दान करें और लोहे की वस्तुओं को शनिदेव को अर्पित भी करें। ये उपाय करने से भी शनि आपके अनुकूल ही फल प्रदान करते हैं।
शनि चालीसा
शनिवार को मंदिर में जाकर इनके सामने एक दीपक जला दें। उसके बाद शनि चालीसा को पढ़ें। ये चालीसा पढ़ने के बाद काला तिलक अपने माथे पर लगा लें।
करें शमी पेड़ का पूजन
शमी के पेड़ का पूजन करने शुभ फल प्रदान करता है। इस पेड़ की पूजा करने से भी शनि देव की कृपा बन जाती है। दरअसल इस पेड़ पर भी शनिदेव का वास माना गया है।
तो ये थे कुछ उपाय जिन्हें करने से शनि देव से आपकी रक्षा होगी। इन उपायों को जरूर करके देखें।