अमीर हो या गरीब, शुक्रवार के दिन जरूर करें ये 4 काम, मां लक्ष्मी की कृपा कभी नहीं रुकेगी
हिन्दू धर्म में मां लक्ष्मी को धन की देवी कहा जाता है। ऐसी मान्यता है कि लक्ष्मीजी जिस किसी के भी घर प्रवेश करती है वहां धन की कभी कोई कमी नहीं रहती है। मां लक्ष्मी चंचल स्वभाव की होती है। वे एक स्थान पर ज्यादा समय तक नहीं ठहरती हैं। हालांकि यदि हम उनकी पूर्ण विधि विधान से पूजा करें और कुछ खास उपायों को आजमाएं तो उन्हें घर में ज्यादा दिनों तक रोका जा सकता है। इससे आपको धन संपत्ति से जुड़े कई लाभ होंगे।
शुक्रवार का दिन मां लक्ष्मी का दिन माना जाता है। इस दिन मां लक्ष्मी को प्रसन्न करना सबसे आसान होता है। ऐसे में आज हम आपको शुक्रवार से जुड़े कुछ खास उपाय बताने जा रहे हैं। यदि आप इन उपायों को आजमाते हैं तो आपके घर धन की कभी कोई समस्या नहीं होगी। मां लक्ष्मी का आशीर्वाद आपके ऊपर सदैव बना रहेगा।
1. शुक्रवार के दिन मां लक्ष्मी के मंदिर जाएं और उन्हें लाल रंग का वस्त्र, लाल बिंदी, लाल चूड़ी और लाल चुनरी इत्यादि चीजें चढ़ाएं। इससे आपके घर की आर्थिक स्थिति मजबूत बनेगी। इस दिन मां लक्ष्मी की पूजा में उन्हें लाल रंग का फूल चढ़ाएं। जब पूजा समाप्त हो जाए तो ये फिल अपने घर की अलमारी या तिजोरी में रख दें। इससे पैसों को लेकर आपका भाग्य चमक जाएगा।
2. शुक्रवार के दिन घी का दीपक प्रज्वलित कर लक्ष्मीजी का पूजन करें। अब इस दीपक को घर के ईशाण कोण मतलब उत्तर-पूर्व दिशा में रख दें। ध्यान रहे कि इस दीपक में आप रुई की बत्ती की जगह लाल रंग के धागे का इस्तेमाल करें। इसके अलावा दीपक में एक चुटकी केसर भी डाल दें। ऐसा करने से व्यक्ति के जीवन में अपार धन के योग बनते हैं।
3. मां लक्ष्मी के साथ विष्णु भगवान की पूजा करना भी शुभ होता है। ऐसे में शुक्रवार के दिन दक्षिणावर्ती शंख लें और उसमें जल भरकर भगवान विष्णु का अभिषेक करें। यह उपाय करने से आपको गरीबी का मुंह कभी नहीं देखना पड़ेगा। इससे आपका पैसों से जुड़ा कोई नुकसान भी नहीं होगा। इसके अतिरिक्त शुक्रवार को श्रीयंत्र का दूध से अभिषेक करने से भी धन प्राप्ति के योग बनते हैं।
4. शुक्रवार को मां लक्ष्मी की पूजा के दौरान श्री सूक्त या श्री लक्ष्मी नारायण का पाठ करें। इससे मां लक्ष्मी खुश होती है। ये पाठ करने के बाद देवी मां को खीर का भोग लगाना न भूले। इससे आपके घर कभी धन और अन्न की कमी नहीं होगी। आपके घर की संपन्नता बनी रहेगी।