इन क्रिकेटर्स ने अपने दम पर जितवाई थी IPL ट्रॉफी, लेकिन न आज कप्तान पूछते है न ही टीम के मालिक
IPL 2021 बस शुरू ही होने वाला है. इस बार दोबारा से नीलामी हुई थी. कई टीमों ने कई नए खिलाडियों को अपनी टीम में शामिल किया है. इसके साथ ही कुछ ऐसे भी खिलाड़ी रहे जिन पर किसी टीम ने भी बोली नहीं लगाई. आपको बता दें कि ऐसा IPL के जार सीजन में होता है. कई खिलाड़ी अपनी बैस प्राइस पर भी नहीं बिक पाते. कुछ ऐसे खिलाड़ी भी है जिन्होंने एक या दो सीजन तो ऐसा प्रदर्शन किया कि अपनी टीम को सीधे ट्रॉफी दिलवा दी. उसके बाद आज घर में बैठे है.
स्वप्निल असनोदकर (Swapnil Asnodkar)
राजस्थान रॉयल्स ने वर्ष 2008 में शेन वॉर्न की कप्तानी में पहले आईपीएल का खिताब अपने नाम किया था. इस सीजन में राजस्थान की जीत में स्वप्निल असनोदकर (Swapnil Asnodkar) का बड़ा योगदान था. उन्होंने ग्रीम स्मिथ के साथ ओपनिंग करते हुए कई बड़े स्कोर बनाये थे. आईपीएल के पहले सीजन में उन्होंने 9 मैचों में 133.47 की स्ट्राइक से 311 रन बनाये थे. फिर बाद में उनका बल्ला खामोश हो गया.
पॉल वल्थाटी (paul valthaty)
पॉल वल्थाटी दाएं हाथ के बल्लेबाज है. इन्होंने वर्ष 2011 में गजब का प्रदर्शन करते हुए ढेरों रन बनाये थे. यह किंग्स इलेवन पंजाब के लिए खेले थे. पॉल वल्थाटी चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ 63 गेंद में नाबाद 120 रन बनाकर रातों रात स्टार बन गए थे. उस सीजन में उस खिलाड़ी ने 483 रन बनाए थे और वे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाजों में छठे स्थान पर रहे थे. अब पॉल वल्थाटी IPL से गायब हो गए.
मनविंदर बिस्ला (Manvinder Bisla)
कोलकाता नाइटराइडर्स ने वर्ष 2012 में IPL जीता था. इस जीत में मनविंदर बिस्ला का योगदान अहम् रहा था. न 2011 से 2014 के दौरान कोलकाता नाइटराइडर्स के लिए खेलकर इन्होंने काफी तारीफें बटोरी थी. इन्होंने 2012 के फाइनल में तो 48 गेंद में 89 रन ठोंक डाले थे. इसी मैच में उन्होंने चेन्नई सुपरकिंग्स के आईपीएल ट्रॉफी जीतने की हैट्रिक को तोड़ दिया था. इसके बाद वह कुछ ख़ास खेल नहीं दिखा पाए और अब वह घर बैठे है.
मनप्रीत गोनी (Manpreet Gony)
मनप्रीत गोनी पंजाब से आते है. उनकी कद काठी काफी लम्बी चौड़ी है. तेज गेंदबाज मनप्रीत गोनी (Manpreet Gony) ने आईपीएल के पहले सीजन में चेन्नई सुपरकिंग्स की तरफ से खेलते हुए नज़र आए थे. अपने पहले ही सीजन में 17 विकेट निकाले और बल्ले से भी शानदार पारी खेली थी. इसके बाद वो भारतीय टीम का भी हिस्सा बने. हांग कांग और बांग्लादेश के खिलाफ फेल होने पर उनका करियर तबाह हो गया. 2013 में किंग्स इलेवन पंजाब की तरफ से खेलने पर भी वह कुछ ख़ास नहीं कर पाए. इसके बाद वह नीलामी से भी गायब हो गए.
कामरान खान (Kamran Khan)
मुंबई में एक टी20 टूर्नामेंट में जबरदस्त प्रदर्शन के कारण कामरान खान को राजस्थान रॉयल्स का कॉन्ट्रेक्ट मिला था. 2009 के आईपीएल में कामरान खान (Kamran Khan) ने अपने अनोखे अंदाज़ से सभी को प्रभावित भी किया था. इसके बाद उनके एक्शन पर कई सवाल उठाये गए और उनका करियर ख़त्म हो गया. बाद में कामरान ने अपना एक्शन सुधारते हुए 2011 में सहारा पुणे वॉरियर्स के लिए कुछ मैच खेले. इसके बाद वह कभी आईपीएल के मैदान में नहीं दिखाई दिए.