माँ बनना एक औरत की जिंदगी का सबसे बड़ा सुख होता है। इसलिए जब वह मां बनती है उस समय उसका शरीर बहुत ही नाजुक, कोमल और संवेदनशील हो जाता है। वह शरीर से बहुत कमजोर हो जाती है जिसकी वजह से उसे देख रेख और आराम की जरूरत होती है। अगर आप वास्तु एक्सपर्ट्स की सलाह मानें तो उनके हिसाब से अगर आप घर में कुछ परिवर्तन करते हैं तो प्रेगनेंसी के दौरान आपको किसी भी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए 6 वास्तु टिप्स:
# अगर विवाहित जोड़ा संतान की इच्छा रखता है तो उसे घर के उत्तर पश्चिम दिशा में स्थित कमरे में ही होना चाहिए, और उसे इस कमरे का इस्तेमाल तब तक करना चाहिए जब तक महिला को गर्भ धारण ना हो जाए।
# अगर गर्भवती महिला यह चाहती है कि उसकी प्रेगनेंसी बिना किसी परेशानी के निकल जाए उसे किसी भी परेशानी का सामना ना करना पड़े तो प्रेग्नेंट महिला को हमेशा दक्षिण पश्चिम कमरे का इस्तेमाल करना चाहिए
# प्रेग्नेंट महिला को रोजाना कमरे की दक्षिण दिशा की तरफ ही अपना सिर रखकर सोना चाहिए
# वैसे तो महिलाओं को गहरे रंग ज्यादा पसंद आते हैं परंतु प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को लाल काला और नारंगी जैसे गहरे रंग का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए इसकी जगह अगर वह हल्के रंग का इस्तेमाल करें जैसे कि हल्का नीला पीला सफेद और हलके गुलाबी इस तरह के रंग का इस्तेमाल करें तो वह उनकी सेहत के लिए अच्छा होगा
# नीला रंग बहुत ही अच्छा और आराम दे माना जाता है क्योंकि इसके अंदर अस्ट्रिन्जन्ट जैसी खासियत होती है इसीलिए प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के कमरे में हल्की नीली या वायलेट रंग की लाइट लगानी चाहिए जिससे उन्हें आराम मिले और उनकी आंखों को ठंडक मिले
# वैसे तो हमें जिंदगी में हमेशा ही सकारात्मक सोचना चाहिए पर खास तौर पर प्रेगनेंसी के दौरान हमेशा सकरात्मक और प्रेरणादायक किताबे ही पर है गर्भवती महिला के बेडरूम में बच्चों की तस्वीरें लगाएं ताकि उन्हें देखकर गर्भवती महिला को हमेशा पॉजिटिव सोच ही दिमाग में आए