पत्नी से तंग आकर थाने पहुंचा पति तो पुलिस ने दी मंत्र जपने की सलाह, पढ़ें यें अनोखा मामला
उत्तर प्रदेश में एक व्यक्ति जब अपनी पत्नी के खिलाफ शिकायत करवाने थाने पहुंचा तो पुलिस ने केस दर्ज करने की जगह उसे हरिद्वार जाने की सलाह दे डाली और कहा कि वो वहां जाकर ब्रह्म मुहूर्त में गायत्री मंत्र का जाप करें। जिसके बाद पीड़ित व्यक्ति ने आईजी से मदद की गुहार लगाई और उनको अपनी आपबीती सुनाई। ये अजीबो गरीबी मामला उत्तर प्रदेश के मेरठ का है।
खबर के अनुसार दूसरी पत्नी और सौतेले बेटे से पीटने के बाद एक व्यक्ति जब थाने में न्याय की गुहार लगाने पहुंचा। तो थानेदार ने पहले उसको चंदन का तिलक लगाया और गंगाजल का छिड़काव किया। इसके बाद उसे हरिद्वार जाकर रहने को कहा और रोजाना ब्रह्म मुहूर्त में गायत्री मंत्र का जाप करने की सलाह दी। पुलिस वाले की बात को मानते हुए ये व्यक्ति वापस घर आ गया। लेकिन उसके साथ फिर से मारपीट की गई। पुलिस के इस रवैय से तंग आकर वृद्ध ने अब आईजी कार्यालय पहुंचकर अपनी शिकायत दर्ज करवाई है।
वीहं आईजी कार्यालय को जब इस बारे में जानकारी लगी तो उन्होंने ये सलाद देने वाले इंस्पेक्टर प्रेमचंद शर्मा के खिलाफ सख्त कार्रवाही करने का फैसला लिया है। बताया जा रहा है कि कई दिनों से मेरठ के आदर्श थाने में शुमार रहे नौचंदी थाने में गंगाजल, चंदन के टीके और गायत्री मंत्र जाप करने की सलाह पीड़ितों के दी जा रही है। जो लोग भी अपनी शिकायत लेकेर आते हैं। उन्हें चंदन का टीका लगाने और गंगाजल में जाकर स्नान करने की सलाह दी जाती है। ये सलाह इंस्पेक्टर प्रेमचंद शर्मा देते हैं। इंस्पेक्टर साहब ने दूसरी पत्नी और सौतेले बेटे के दुर्व्यवहार से पीड़ित एक व्यक्ति को भी ऐसी ही सलाह दी। लेकिन इस बार इनकी ये हरकत अधिकारियों तक पहुंच गई।
पत्नी व बच्चे की शिकायत दर्ज करवाने आए पीड़ित हेमंत गोयल के अनुसार उन्होंने थानेदार की इस सलाह का 2 दिन तक पालन भी किया। लेकिन कुछ नहीं हुआ। हेमंत गोयल के अनुसार पत्नी और बेटे ने उसे 3 बार पीट डाला। जिसके बाद इन्होंने पुलिस थाने जाने की जगह आईजी के कार्यालय जाना उचित समझा।
मेरठ के थाना नौचंदी क्षेत्र के शास्त्रीनगर इलाके में रहने वाले हेमंत गोयल ने बताया कि वो जब पहली बार पत्नी और बेटे के दुर्व्यवहार की शिकायत लेकर थाने पहुंचे तो उन पर पहले गंगाजल का छिड़काव किया गया। चंदन का टीका लगाया गया और फिर जब उन्होंने अपनी बात कही तो उन्हें गायत्री मंत्र जपने की सलाह दे डाली।
पीड़ित के वकील रामकुमार शर्मा के अनुसार हेमंत जब दोबारा पीटने के बाद थाने पहुंचे तो थानेदार ने उन्हें कहा कि अपना गायत्री मंत्र का जाप ठीक से नहीं किया और इस बार दोनों पक्षों को बुलाकर सभी को हरिद्वार जाकर कुछ समय गुजारने का समझौता लिखवा लिया। वकील ने आरोप लगाया है कि मेरठ पुलिस कानून का सही से पालन नहीं कर रही है। अगर इस तरह से न्याय गंगाजल, चंदन के टीके और गायत्री मंत्र से ही मिलेगा। तो पुलिस की क्या जरूरत है। पीड़ित पक्ष ने इस मामले में आईजी से कार्रवाई की मांग की है। पीड़ित की शिकायत पर आईजी ने मुकदमा दर्ज करने को कहा है और इंस्पेक्टर के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।