शुवेंदु अधिकारी पर हुआ हमला, BJP ने कहा- बूथ पर खास वर्ग के लोग थे जिन्होंने ये किया
पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी शुवेंदु अधिकारी पर हमला किया गया है। ये हमला उस समय हुआ जब शुवेंदु अधिकारी नदीग्राम में अपना वोट डाल रहे थे। राहत की बात ये है कि इस हमले में इन्हें चोट नहीं आई है और ये एकदम सही। वहीं अपने ऊपर हुए हमले के लिए शुवेंदु अधिकारी ने पाकिस्तान को जिम्मेदारी माना है और कहा कि ये पाकिस्तानियों का काम है।
दरअसल आज पश्चिम बंगाल में दूसरे चरण के मतदान हो रहे हैं। इस दौरान नंदीग्राम में शुवेंदु अधिकारी पर कथित तौर पर हमला किया गया है। नंदीग्राम में मतदान के दौरान शुवेंदु एक बथ पर गए थे और जब वे लौट रहे थे तभी उन पर हमला हुआ। इस हमले में शुवेंदु या उनकी गाड़ी को कोई नुकसान नहीं हुआ है। लेकिन मीडिया की कुछ गाड़ियों को नुकसान पहुंच गया है। अपने ऊपर हुए हमले पर इनकी प्रतिक्रिया भी आई है और अधिकारी ने कहा है कि ये पाकिस्तानियों का काम है। जय बांगला बांग्लादेश का नारा है। उस बूथ पर खास वर्ग के लोग थे जिन्होंने यह किया।
वहीं हमले के बाद बीजेपी की राज्य इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि देश के किसी भी हिस्से में ऐसी हिंसा नहीं होती है। पश्चिम बंगाल को बांग्लादेश बनाने की साजिश हो रही है। एक खास समुदाय को आगे कर के टीएमसी हिंसा को बढ़ावा दे रही है।
नंदीग्राम सीट से ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी चुनाव लड़ रही हैं। इस सीट पर उनका सामना बीजेपी उम्मीदवार शुवेंदु अधिकारी से है। यहां पर चुनाव के दौरान कोई हिंसा घटना न हो सके। इसके लिए यहां पर धारा 144 लागू है। लेकिन इस धारा के बाद भी अधिकारी पर हमला किया गया है।
जमकर डल रहें हैं वोट
हाई प्रोफाइल नंदीग्राम सीट पर जमकर वोटिंग की जा रही है। दोपहर 1 बजे तक 58 प्रतिशत वोटिंग हो चुकी है। निर्वाचन आयोग के एक अधिकारी ने बताया कि दूसरे चरण में जिन सीटों पर मतदान हो रहा है, वहां सुबह 1 बजे तक 58 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। कोविड 19 नियमों का सख्ती से पालन करते हुए ये मतदान किए जा रहे हैं। 30 सीटों पर 75 लाख से अधिक मतदाता 191 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे। मतदान शाम साढ़े छह बजे समाप्त होगा।
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर है। पश्चिम बंगाल विधानसभा के लिए बीजेपी कई सालों से मेहनत कर रही है। बीजेपी ममता बनर्जी को हर हालात में हराना चाहती है और राज्य की सत्ता में आना चाहती है। जबकि ममता बनर्जी एक बार फिर से राज्य की मुख्यमंत्री बनने की कोशिशों में लगी हुई है।