आचार्य चाणक्य के अनुसार किसी से भी दोस्ती करते हुए परख लें ये 4 गुण, तभी करें दोस्ती
आचार्य चाणक्य के अनुसार जीवन में केवल उन्हीं लोगों से दोस्ती करनी चाहिए जो कि आपके काम आ सकें। कभी भी उन लोगों से दोस्ती न करें जो कम बुद्धिमान हों और सदा गुस्सा करते हों। किस व्यक्ति से दोस्ती की जाए व कैसे किसी की पहचान हो सके। इसके बारे में आचार्य चाणक्य ने विस्तार से जानकारी दी है। इसलिए जब भी आप किसी से दोस्ती करें तो नीचे बताई गई चीजों को परख लें।
आचार्य चाणक्य ने चाणक्य नीति के पांचवें अध्याय के दूसरे श्लोक में लिखा है,
यथा चतुर्भिः कनकं परीक्ष्यते निर्घर्षणं छेदनतापताडनैः।
तथा चतुर्भिः पुरुषं परीक्ष्यते त्यागेन शीलेन गुणेन कर्मणा।।
इस श्लोक का अर्थ है कि घिसने, काटने, तापने और पीटने, इन चार प्रकारों से जैसे सोने की परख होती है, ठीक उसी तरह से इंसान की परख भी की जाती है। कोई इंसान कितना त्याग करता है, उसका चरित्र कैसा है, उसके गुण और कर्म क्या हैं। इनकी मदद से उसकी पहचान की जा सकती है।
1.त्याग की भावना- किसी भी इंसान की पहचान करने से पहले आप ये जान लें की उसके अंदर त्याग की भावना है कि नहीं। जो लोग त्याग की भावना रखते हैं। वो कभी भी किसी को दुख नहीं पहुंचाते हैं। जो व्यक्ति दूसरों की खुशियों के लिए अपनी खुशियां त्याग दे वो अच्छा इंसान होता है। इसलिए तरह से जिन लोगों के मन में त्याग की भावना नहीं होती है, वो हमेशा अपने बारे में ही सबसे पहले सोचते हैं और किसी का बुरा भी कर सकते हैं।
2.चरित्र- इंसान के चरित्र की मदद से भी उसकी पहचान की जा सकती है। चाणक्य कहते हैं कि जिन लोगों का चरित्र बेदाग होता है, जो सच बोलते हैं। बुराइयों से दूर रहते हैं और मन में कभी भी गलत भावनाएं नहीं रखते हैं। वो भी अच्छे इंसान साबित होते हैं।
3.गुण – किसी व्यक्ति की परख करने के लिए उसके गुणों को जरूर देखें। जो व्यक्ति बात-बात पर झूठ बोलता है, दूसरों का अपमान करता है और उसमें अहंकार की भावना है। तो ऐसा लोगों से दूर ही रहें। इस प्रकार के लोगों से दोस्ती न करें।
4. कर्म- इंसान के कर्म कैसे हैं उसकी मदद से भी उनके बारे में काफी कुछ पता चल जाता है। जो लोग अच्छे कर्म करते हैं, उनका दिल साफ होता है। इसी प्रकार से जिन लोगों के कर्म बेकार होते हैं व सदा ओरों को दुख पहुंचाते हैं। उनका दिल काला होता है। ऐसा लोगों से दोस्ती करने से आपको केवल नुकसान ही होता है। इस प्रकार के लोग किसी को भी हानि पहुंच सकते हैं।
किसी से भी दोस्ती करने से पहले ऊपर बताई गई चीजों को आप एक बार परख लें। अगर व्यक्ति के अंदर ये भी गुण हों तो उससे दोस्ती जरूर कर लें।