मोदी सरकार ने दिया नक्सलियों पर ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ का आदेश, 8500 जवान पहुंचे ‘सुकमा’
नई दिल्ली – सुकमा हमले जहां एक तरफ देश में शहीदों के खून के बदले खून की मांग उठ रही है तो वहीं पीएम मोदी ने एक बार फिर से पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक से पहले वाला बयान दे दिया है। यानी कि अब अगली सर्जिकल स्ट्राइक नक्सलियों पर होने जा रही है। दरअसल, पीएम नरेंद्र मोदी ने उरी हमले के बाद और सर्जिकल स्ट्राइक से पहले जैसा बयान दिया था ठीक वैसा ही बयान दिया उन्होंने अब दिया है। पीएम के इस बयान के बाद ही उरी में भारतीय सेना के जवानों ने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में घुसकर आतंकी शिविरों पर सर्जिकल स्ट्राइक कर दुनिया को चौंका दिया था। पाकिस्तान में दहशत फैल गई लेकिन वह कुछ नहीं कर पाया। खुद आतंकियों के आकाओं के होश उड़ा गए थे। PM Modi Statement on naxal attack.
‘सर्जिकल स्ट्राइक’ के लिए डोभाल ने संभाली कमान –
प्राप्त जानकारी के मुताबिक मोदी सरकार ने नक्सली हमले में 25 जवानों के शहीद होने के बाद अब देश में नक्सलियों के खातमे के लिए योजना बना रही है। जानकारी के मुताबिक मोदी सरकार के सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने एक बार फिर कमान अपने हाथ में ले ली है। गौरतलब है कि उरी हमले के बाद भी जब सरकार ने आतंकियों के खिलाफ ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ की योजना बनाई तो उसकी कमान भी अजित डोभाल ने संभाली थी। अब एक बार फिर ऐसा माना जा रहा है कि सुकमा हमले के बाद सरकार शहीदों का बदला लेने के लिए कोई बड़ी कार्रवाई करने जा रही है।
‘सुकमा’ के बाद पीएम ने दोहराया ‘उरी’ वाला बयान –
गृह मंत्रालय में मौजूद सूत्रों के मुताबिक, सुकमा में नक्सलियों के खातमे के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने संभाल ली है। नक्सलियों को चारों तरफ से घेरने के लिए सुकमा और बीजापुर में पुलिस और अर्धसैनिक बलों के आला अधिकारियों की करीब दो घंटे तक चली बैठक में नक्सलियों के खिलाफ चलाए जाने वाले अभियान के लिए योजना बनाई गयी है। इससे पहले ही सड़क निर्माण में लगे जवानों को वापस बुला लिया गया है। आपको बता दें कि सुकमा में 25 जवानों के शहीद होने के बाद से देश में नक्सलियों को लेकर आक्रोश है और बदले की मांग उठ रही है।
सुकमा के जंगलों में उतरे 8500 जवान, एयरफोर्स भी तैयार –
नक्सलियों से निपटने के लिए तैनात उच्च अधिकारियों के मुताबिक सुकमा में साढ़े आठ हजार जवानों को भेजा गया है। हालांकि, पहले चरण में ये जवान सिर्फ इलाके और नक्सलियों के बारे में जानकारी इकट्ठा करेंगे और सरकार को जानकारी देंगे। इनसे प्राप्त जारकारी के आधार पर ही अगले एक या दो दिनों में बड़ा ऑपरेशन किया जा सकता है। नक्सलियों के खिलाफ पहली बार भारत सरकार एयरफोर्स के इस्तेमाल की भी योजना बना रही है। ऐसी सूचना है कि एयरफोर्स के हेलीकाप्टर से जवानों को जंगल में उतारा जाएगा।