मीडिया में छाये दाऊद इब्राहीम की मौत की खबर पर छोटा शकील ने उगला राज़, जानिये क्या कहा?
देश का मोस्ट वांटेड अपराधी दाऊद इब्राहीम अपनी जिंदगी अब दवाओं और इलाज के सहारे काट रहा है, शुक्रवार को एक खबर आई थी कि दाऊद इब्राहिम की हालत खराब है, उसे हार्ट अटैक हुआ है और वह ब्रेन ट्यूमर का भी शिकार है, इसके अलावा उसे लकवा मारने की खबर भी सुर्ख़ियों में रही. इन सभी खबरों पीछे कितनी सच्चाई थी यह तो कोई नहीं जानता लेकिन शुक्रवार की शाम को दाऊद इब्राहीम की मौत कि खबरें मीडिया में छाई रहीं.
दाऊद इब्राहीम की मौत
इन खबरों पर दाऊद का दाहिना हाथ माने जाने वाले छोटा शकील ने कहा कि मीडिया में आई ये खबरें झूठी हैं, उसने साफ साफ कहा कि खबरें झूठी हैं भाई फिट है. आपको बता दें कि दाऊद इब्राहीम साल 1993 से ही भारत से फरार है और भारत की मोस्ट वांटेड लिस्ट में है. खुफिया एजेंसी की रिपोर्ट्स के मुताबिक दाऊद को पाकिस्तानी सेना और वहां की खुफिया एजेंसी आईएसआई का संरक्षण प्राप्त है और वह उनकी सुरक्षा में कराची के एक पॉश इलाके में रहता है.
बताया जाता है कि दाऊद इब्राहीम कराची के क्लिफ्टन इलाके में रहता है और उसपर भारत की खुफिया एजेंसियां करीब से नजर बनाये रखती हैं. हाल ही में जब उसकी तबियत खराब हुई थी तो उसे कराची के आगा खान अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वहां उसकी तबियत और ज्यादा बिगड़ गयी. मीडिया रिपोर्ट्स को देखा जाये तो बीते कुछ समय से दाऊद की तबियत से जुडी कई अहम खबरें आ चुकी हैं, जिनमें इस बात का दावा किया जाता रहा है कि दाऊद की तबियत बहुत ज्यादा खराब है.
मोस्ट वांटेड लिस्ट में है अपराधी दाऊद इब्राहीम
बार बार मीडिया के बीच ऐसी खबरें आती हैं तो एक सवाल का उठना लाजिमी है कि जिस अपराधी को देश की लम्बे समय से तलाश है जो मोस्ट वांटेड लिस्ट में भी है, उसके बारे में खुफिया एजेंसियों के पास पुख्ता जानकारी नहीं है, फिर भी मीडिया में उसके स्वास्थ्य और गतिविधियों की खबर कैसे आ जाती है. और अगर खुफिया एजेंसियों के पास इसकी जानकारी है भी तो सरकार या एजेंसियां इसपर कोई एक्शन क्यों नहीं लेते हैं.
आपको बता दें कि दाऊद साल 1993 में मुंबई में हुए बम धमाकों का मुख्य आरोपी है, दाऊद घटना के बाद से ही भारत से फरार है, इन बम धमाकों में 257 लोगों की मौत हो गयी थी जबकि सात सौ से अधिक लोग घायल हुए थे. दाऊद को साल 2003 में अमेरिका ने वैश्विक आतंकी घोषित किया था.
भारत उसकी गिरफ्तारी और जांच के लिए पाकिस्तान को कई बार डोजियर दे चुका है इतना ही नहीं भारत ने अपने डोजियरों में दाऊद के पते का भी उल्लेख किया था लेकिन हर बार भारत को नाकामी हाथ लगी है. पाकिस्तान हमेशा भारत के दावों को नकारता रहा है और कहता रहा है कि दाऊद इब्राहीम पाकिस्तान में नहीं है.