प्रेमी जोड़ा स्टेशन पर रात 2 बजे कर रहा था ऐसा काम, पकड़कर की गई पूछताछ तो रहे गया हर कोई हैरान
झारखंड में एक प्रेमी जोड़े को रात के समय पुलिस ने रेलवे स्टेशन प्लेटफॉर्म पर पकड़ा। जिसके बाद इन दोनों को परिवार को सौंप दिया गया है। ये प्रेमी जोड़ा घर से भागकर शादी करने जा रहा था। लेकिन स्टेशन प्लेटफॉर्म पर इन्हें देखकर आरपीएफ को इनपर शक हुआ। जिसके बाद आरपीएफ ने इनसे पूछताछ की। पूछताछ में पता चला ही लड़की नाबालिग है और अपनी मर्जी से लड़के के साथ भागकर शादी करने जा रही थी।
पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला कि लड़का साेनू कुमार हजारीबाग हॉस्टल में रहकर पढ़ाई करता है। लड़के की आयु 20 साल है। साेनू कुमार को 17 साल की लड़की से प्यार हो गया। इन दोनों को डर था कि परिवार वाले इनके रिश्ते के खिलाफ होंगे। ऐसे में इन्होंने भागकर शादी करने का सोचा। तय प्लान के अनुसार ये दोनों बीती रात छात्रावास से भागकर हजारीबाग रोड रेलवे स्टेशन पहुंचे। यहां पर इन्होंने पुरी जाने के लिए टिकट कटाया और फिर प्लेटफॉर्म में ट्रेन का इंतजार करने लगे। इसी दौरान स्टेशन पर मौजूद आरपीएफ को इनपर शक हुआ।
आरपीएफ ने इन दोनों से पूछताछ करना शुरू किया। जिसमें इन्होंने घर से भागने की बात को कबूला। सोनू ने आरपीएफ को बताया कि वो भागकर जगन्नाथ मंदिर, पुरी में शादी करने जा रहा था। वहीं लड़की के नाबालिग पाए जाने पर आरपीएफ ने इन्हें कहीं नहीं जाने दिया और इनके घर वालों को मौके पर बुला लिया। इस मामले की जानकारी देते हुए आरपीएफ, रेलवे सुरक्षा बल के पोस्ट प्रभारी पंकज कुमार ने बताया कि इन्हें रात को दो बजे पकड़ गया था। पकड़े गए छात्र और छात्रा प्रेमी- प्रेमिका हैं। इनके पास से ओडिशा के पुरी जाने की टिकट मिली है। पूछताछ में इन्होंने आरपीएफ को बताया कि पढ़ाई करने के दौरान ही ये दोनों एक दूसरे से मिले थे। इस दौरान इन्हें एक दूसरे से प्यार हो गया। इन्होंने शादी करने के फैसला किया और ये दोनों घरवालों को बताए बिना भागकर जगन्नाथ मंदिर, पुरी में विवाह करने जा रहे हैं। इनके प्यार की जानकारी परिवार वालों को नहीं थी।
आरपीएफ ने छात्र और छात्रा से पूछताछ के बाद दोनों से परिजनों का नंबर लिया। जिसके बाद परिवार वालों को फोन किया गया। बच्चों को जानकारी मिलने पर इनके घर वाले फौरन हजारीबाग रोड रेलवे स्टेशन पहुंच गए। यहां पर कागजी कार्रवाही की गई और गवाहों के सामने छात्र और छात्रा को उनके परिजनों को सौंप दिया गया। लड़का – लड़की के परिवार वालों ने आरपीएफ का शुक्रिया भी अदा किया कि उन्हें वक्त रहते फोन कर दिया गया।